पहाड़ो में हो रही बर्फ़बारी के कारण पूरे उत्तर भारत सहित शहर में इन दिनों ठण्ड का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है जिसको लेकर क्या आम क्या खास सब परेशान है वही कानपुर में ठण्ड को देखते हुए अब मंदिरो में भी पुजारियों दवारा भगवान् को ठण्ड से बचने के लिए खास इंतजाम किये गए है। शहर के बिरहानरोड़ स्थित वैभव लक्ष्मी मंदिर में भगवान को ठंड से बचाने के लिए एक तरफ मंदिरो में भगवान के सामने ब्लोवर लगाए गए हैं। दूसरी तरफ भगवान शंकर के जलाभिषेक पर प्रतिबंद लगा दिया गया है।
ठंड को देखते हुए लगा प्रतिबंध
कानपुर का प्रसिद्ध वैभव लक्ष्मी मंदिर में इस भीषण सर्दी में भगवान के लिए भी बिल्कुल अलग व्यवस्था की गयी हैं। यहां पर भगवान को ठंड से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किये गए हैं। भगवान को ठंड से बचाने के लिए ब्लोबर हीटर के अलावा भी जलाये जा रहे हैं। इसके साथ भगवान के भोग को भी ठण्ड के चलते बदल दिया गया है। नार्मल दिनों में भगवान का पेड़ा बर्फी भोग लगाया जाता था। लेकिन ठंड को देखते हुए अब भगवान का मेवा जैसे बादाम काजू चिरौजी गर्म दूध से भोग लगाया जा रहा है। वही मंदिर परिशर में मौजूद सभी भगवान को गर्म शाल से ढंक दिये गए है। जिससे भगवान् को ठण्ड ना लगे साथ ही भगवान् शंकर के अरघे के किनारे आग की भी व्यवस्था की गई है ,
अनूप कपूर मंदिर के पुजारी ने बताया की बढ़ती ठण्ड के मद्दे नजर मंदिर प्रशासन ने भगवान को ठंड से बचाने के लिए मंदिर में भगवान् के लिए ब्लोवर की व्यवस्था की है साथ ही भगवान् को गर्म शालो से उड़ाया गया है की जिससे भगवान् को ठण्ड नहीं लगे साथ ही भगवान शंकर पर जलाभिषेक पर रोक लगा दिया। जैसे आम आदमी को ठण्ड में पानी डालो तो दिक्कत होती है वैसे ही भगवान को भी दिक्कत होती है इस लिए भगवान के ऊपर जलाभिषेक पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है।
महिला श्रद्धालु चंचल ने बताया की भगवान की होम सभी सजीव मानकर पूजा करते है, इसलिए जो महंत जी ने मना किया हैं उसको हम मान रहे है, और इसके लिए भगवान के शिवलिंग में जलाभिषेक नहीं कर रहे है।वहीं, माता रानी के लिए वह एक स्वेटर भी बुन रही है क्योंकि उनकी मानी हुई मुराद पूरी हुई है।