सोमवार को सपा में सियासत चरम पर थी. दिन भर बैठकों का दौर चलता रहा. कभी मंच पर बहस तो कभी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बड़े बयानों से माहौल गर्म रहा. मुलायम सिंह यादव अपनी पार्टी और परिवार के इस झगड़े को सुलझाने की तमाम कोशिशें करते दिखे. शिवपाल-अखिलेश को उन्होंने गले लगने के लिए भी कहा. लेकिन जब दिल नहीं मिल रहे हैं तो गले मिलने के मामला ठंडा तो होने से रहा.
बहरहाल, रात भर चली बैठकों के बाद सुबह शिवपाल यादव ने बयान दिया है कि पार्टी और परिवार में सबकुछ ठीक चल रहा है. ऐसे में ये कयास लगाये जा रहे हैं कि समाजवादी परिवार में चल रहा संकट अब ख़त्म हो जायेगा. समाजवादी पार्टी और यादव परिवार के इस झगड़े ने पुरे प्रदेश की राजनीति को हिला कर रख दिया है. रविवार और सोमवार को इस पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए काला दिन साबित हुआ. अपने-अपने नेताओं के समर्थन में सडकों पर उतरकर हंगामा करते ये कार्यकर्ता गाली और मारपीट पर उतर आये थे.
शिवपाल के बयान ने सुलह की उम्मीदें जगाई:
शिवपाल यादव और अखिलेश के बीच शुरू हुआ विवाद अब थम सकता है. वहीँ शिवपाल सहित चार मंत्रियों के मंत्रालय उनको वापस मिल सकते हैं. नारद राय के अलावा शादाब फातिमा और ओम प्रकाश को उनका मंत्रालय वापस किया जा सकता है. गायत्री प्रजापति के भविष्य का फैसला अभी भी अधर में है.