सपा के खेमें में कौमी एकता दल शामिल होने पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस कदर नाराज हुए कि उन्होने कौमा एकता दल को सपा में शामिल करने में अहम भूमिका निभाने वाले शिक्षा मंत्री बलराम यादव को बिना पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को बताए ही बर्खास्त कर दिया। यूपी सीएम द्वारा सपा के पुराने सहयोगी और मुलायम सिंह के करीबी बलराम की बर्खास्तगी से सपा मुखिया नाराज बतायें जा रहें हैं। जिसके बाद सपा प्रमुख ने एक बैठक बुलाई है। इस विधानसभा चुनाव से पहले सपा में आए इस सियासी तूफान के बाद पार्टी में उथल-पुथल मची हुई है।
- सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बलराम को हटाने के फैसले से मुलायम सिंह यादव काफी नाराज हैं।
- मालूम हो कि मुलायम, शिवपाल और सीएम अखिलेश में कौमी एकता दल को सपा में शामिल करने पर एकमत नहीं बन पा रहा है।
- मुलायम की नाराजगी के बाद सीएम अखिलेश यादव ने आज के अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिये हैं।
- कार्यक्रम रद्द करने के केस में सफाई देते हुए प्रवक्ता नावेद सिद्दिकी ने कहा कि हो सकता है कि सीएम की तबीयत खराब हो। इसके साथ ही सिद्दिकी को यह सफाई देनी पड़ी कि समाजवादी पार्टी एकजुट है।
- इसके बाद मुलायम सिंह ने 25 जुलाई को सपा की बैठक बुलाई है।
- बलराम का बतंगड़ बनने के बाद कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव सीएम अखिलेश से मिलने उनके 5 केडी आवास पर पहुंचे।
- बताया जा रहा है सीएम अखिलेश चाहते हैं कि कौमी एकता दल के साथ विलय को खारिज किया जाए।