सतही तौर पर भले ही समाजवादी पार्टी के झगड़े पर विराम लग गया हो, लेकिन हकीकत ये है कि अन्दर ही अन्दर ये आग अभी भी सुलग रही है। इस खींचतान के बीच सीएम अखिलेश यादव 3 नवंबर से समाजवादी विकास रथ यात्रा लेकर निकलेंगे। यात्रा से पहले मंगलवार को अखिलेश के विशेष रथ की पहली झलक देखने को मिली। अखिलेश के रथ का निर्माण ‘मर्सडीज़ बेंज’ ने किया है।
- इस रथ की सबसे बड़ी खासियत यह है कि पूरे रथ में कहीं भी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव की तस्तवीर नहीं है।
- समाजवादी पार्टी में सुलह के फार्मूले के तहत तय हुआ था कि सभी फैसले मुलायम सिंह लेगें।
- अखिलेश और शिवपाल दोनों ही कह चुकें हैं कि मुलायम पार्टी के मुखिया है और उनकी बात हर कोई मानेगा।
- इसके बाद जब सपा के विकास रथ से प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव नदारद दिखते हैं।
- तो बड़ा सवाल उठता है कि कहीं इसके पीछे मुलायम की खमोश सहमति तो नहीं हैं।
- एक बार फिर इस बात को बल मिलता है कि पूरा पारिवारिक ड्रामा अखिलेश की छवि को मजबूत करने के लिए तो नहीं रचा गया था।
समाजवादी रंग में रंगा है रथः
- अखिलेश का हाईटेक रथ पूरी तरह समाजवादी रंग में रंगा हुआ है।
- समाजवादी विकास रथ के बीचोबीच अखिलेश साइकिल चला रहे हैं तो पीछे मुलायम सिंह यादव खड़े नजर आ रहे हैं।
- रथ में अखिलेश सरकार की बड़ी योजनाओं मेट्रो, लैपटॉप, एक्सप्रेस वे को भी जगह मिली है।
- रथ की बाईं ओर लोहिया, जनेश्वर मिश्र और जेपी जैसे समाजवादी विचारकों की तस्वीर का भी इस्तेमाल किया गया है।
- लेकिन रथ में कमी है तो सिर्फ शिवपाल यादव की, जो कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।
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