सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के पैतृक गाँव सैफई में उनके 80वें जन्मदिन पर शिवपाल सिंह यादव ने बेटे अंकुर के साथ मिलकर मुलायम का लंबा इंतजार करने के बाद केक काटा। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने ने सैफई में मुलायम के जन्मदिन पर कार्यक्रम का आयोजन किया था जिसमें मुलायम वहां आए नहीं थे। मुलायम के न आने पर बात करते हुए मंच से शिवपाल यादव का दर्द छलक पड़ा।
चापलूसों से घिरे हैं मुलायम :
कार्यक्रम में नेताजी के न आने से निराश हुए शिवपाल यादव ने कहा कि मुलायम चापलूसों ओर चुगलखोरों से घिरे हुए हैं। उन्हें यहां आना चाहिए था, हमने उन्हें निमंत्रण दिया था। उन्होंने कहा कि इटावा के सैफई में चंदगीराम स्टेडियम में नेताजी के जन्मदिन के अवसर पर विराट दंगल का आयोजन किया गया था क्योंकि ये नेताजी का पसंदीद खेल है लेकिन नेताजी के न आने से खिलाड़ियों और स्थानीय नेताओं में मायूसी भी देखने को मिली। नेताजी के आने की खबर मिलने के बाद उन्हें सुनने के लिए काफी भीड़ भी आ गई थी। हालांकि शिवपाल सिंह ने खुद दंगल में जाकर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया।
प्रसपा से चुनाव लड़ें नेताजी :
शिवपाल सिंह यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नेता जी को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ना चाहिए क्योंकि नेता जी का समाजवादी पार्टी में अपमान हुआ है। नेताजी का साथ देने की वजह से मेरा भी अपमान हुआ जबकि मेरा तो कोई झगड़ा भी नहीं था। शिवपाल ने नेताजी को सलाह देते हुए कहा कि चापलूस ओर चुगलखोरों से दूर रहें।
साथ ही राम मंदिर पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी चाहती है कि विवादित जगह पर मंदिर नहीं बने। सपा से सवाल करते हुए कहा कि ये लोग कहते हैं कि हम बीजेपी की बी टीम हैं लेकिन इन्होंने कभी खुद बीजेपी के खिलाफ कोई आंदोलन नहीं किया।