प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। पार्टी किसी भी सूरत में भाजपा से गठबंधन नहीं करेगी। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रसपा पूरी तरह से तैयार है और पिछड़ों, दलितों, मुस्लिमों, वंचितों, गरीबों की लड़ाई को कमजोर नहीं होने देगी। यह बातें प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी मुख्यालय में हुई राज्य परिषद की बैठक में कहीं।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ अभी तक सिर्फ प्रसपा ही सड़कों पर उतरी है। अब 6 फरवरी को किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदेशभर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। मुख्य प्रवक्ता सीपी राय ने मीडियाकर्मियों से कहा कि भाजपा छोड़ किसी भी दल से गठबंधन के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अधिकृत हैं। जो भी दल भाजपा को हराना चाहते हैं उनके साथ गठबंधन के लिए तैयार है। लेकिन सम्मानजनक स्थिति मिलने पर ही। उन्होंने कहा कि राज्य परिषद की बैठक में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशियों से आवेदन मांगे गए हैं।
पहली सूची 15 जनवरी तक जारी की जाएगी। शिवपाल सिंह यादव ने पूर्व राज्यसभा सदस्य पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नेता वीरपाल यादव को प्रमुख प्रदेश महासचिव, समाजवादी चिंतक दीपक मिश्रा को बौद्धिक सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष, फरहत हसन को प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया है। परिषद की अध्यक्षता वरिष्ठ नेता भगवती सिंह और संचालन प्रमुख प्रदेश महासचिव वीरपाल सिंह यादव ने किया।
सीपी राय ने कहा कांग्रेस नेता शिवपाल सिंह की वार्ता की खबर भ्रामक है। शिवपाल सिंह और कांग्रेस नेता एक दूसरे से गोमती नगर में शूटिंग रेंज के कार्यक्रम में मौजूद थे और उनकी कोई बात नहीं हुई। शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी में रहते हुए तीसरे मोर्चे को खड़ा करने का प्रयास किया था। बीजू जनता दल से लेकर दक्षिण भारत छोटे-छोटे के झंडे के नीचे आने के लिए तैयार थे। लेकिन एक खलनायक ने भाजपा से मिलकर उस संगठन को चकनाचूर कर दिया।
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