उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के बाद से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव योगी सरकार पर आक्रामक बने हुए हैं। इसी क्रम में अब सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव भी अखिलेश यादव के साथ योगी सरकार के खिलाफ खड़े हो गये हैं।
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शिवपाल ने लगाया आरोप :
- सपा के कद्दावर नेता शिवपाल यादव ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
- शिवपाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि योगी सरकार सहकारी समितियों के प्रजातांत्रिक स्वरुप को खत्म करना चाहती है।
- सपा नेता ने कहा कि योगी सरकार ने सहकारी समितियों के नियमों में बदलाव कर दिया है।
- उन्होंने कहा कि योगी सरकार निर्वाचित प्रबंध कमेटी के स्थान पर अंतरिम प्रबंध कमेटी का प्रावधान करने संबंधी अध्यादेश जारी कर चुकी है।
- शिवपाल यादव ने कहा कि योगी सरकार का ऐसा करना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
- उन्होंने कहा कि ये कदम सरकार द्वारा सहकारी समितियों के प्रजातांत्रिक स्वरूप को समाप्त करने में हस्तक्षेप करना है।
- शिवपाल यादव ने कहा कि सहकारी निर्वाचन कार्यक्रम घोषित होने के पश्चात समिति के सिद्धांत में परिवर्तन किया गया।
- उन्होंने कहा कि योगी सरकार का ऐसा करना उनकी विवशता और हताशा को साबित कर रहा है।
- सपा नेता ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए योगी सरकार के तिरस्कार पूर्ण आचरण को प्रदर्शित कर रहा है।
- उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने समय से सहकारी समितियों के निर्वाचन कराने की विफलता को छुपाने का काम किया।
- ऐसा करने से जनता की आवाज को दबाने और कुचलने का कुत्सित प्रयास किया गया है।
- शिवपाल यादव ने कहा कि निकट भविष्य में विधानमंडल का सत्र आहूत किया जा चुका है।
- ऐसी दशा में अध्यादेश से नियमों में परिवर्तन राज्य सरकार द्वारा संविधान की उपेक्षा को साफ तौर पर दर्शाता है।
- राज्य सरकार द्वारा जल्दबाजी में जारी अध्यादेश नियम विरुद्ध एवं बिल्कुल औचित्यहीन है।