उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के समय सपा में शुरू हुआ गृहयुद्ध आज भी खत्म नहीं हो पाया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच रार आज भी जस की तस बनी हुई है। शिवपाल यादव के समर्थकों ने उनका 63वां जन्मदिन बसंत पंचमी पर धूमधाम से मनाने का फैसला किया है। साथ ही इस कार्यक्रम में सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव के कोई बड़ा फैसला लेने की चर्चाएँ हो रही हैं।
बसंत पंचमी पर कर सकते हैं बड़ा ऐलान :
समाजवादी पार्टी में पिछले काफी समय से शिवपाल सिंह यादव को हाशिये पर कर दिया गया है। उन्हें सपा की किसी बैठक, आयोजन में नहीं बुलाया जाता है साथ ही उन्हें पार्टी में कोई पद भी नहीं दिया गया है। इसी से आहात शिवपाल यादव सार्वजनिक मंच से लगातार नये राजनैतिक विकल्प की घोषणा की बात कहते हुए नजर आते हैं। ख़ास तौर पर निकाय चुनाव में सपा की हार के बाद से शिवपाल यादव के तेवर अखिलेश के लिए काफी आक्रामक नजर आ रहे हैं। शिवपाल यादव तो अपनी कर से सपा का झंडा हटकर अपने तेवरों का एहसास करा चुके हैं। ऐसे में उनके जन्मदिन पर बड़ा फैसला लेने की चर्चाएँ चल रही हैं।
75 जिलों के समर्थक होंगे शामिल :
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के शिवपाल यादव के समर्थक उनके जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं। इसके अलावा सपा के कई बड़े चेहरे और अखिलेश के करीबी भी शिवपाल यादव के जन्मदिन कार्यक्रम में दिख सकते हैं। शिवपाल गुटके एक नेता ने बताया कि कुनैरा के पास वृन्दावन गार्डन में होने वाले कार्यक्रम में पूरे प्रदेश से समाजवादियों को बुलाया गया है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि इसी दिन शिवपाल यादव भाजपा या किसी अन्य पार्टी में शामिल होने या खुद का दल बनाने का ऐलान कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि शिवपाल यादव मुमकिन है अखिलेश पर दबाव बनाने के लिए फैसला टाल दें।