नयी पार्टी बनाकर शिवपाल सिंह यादव निश्चित तौर पर समाजवादी पार्टी को नुकसान पहुंचाएंगे। वे अपने साथ यादव, मुस्लिम और बैकवर्ड वोट लाएंगे। वहीं राजा भइया नई पाटी बनाकर नाराज सवर्णों को साधेंगे। फिलहाल बीजेपी को छोड़कर सवर्ण वोटरों का कोई ठिकाना नहीं है और एससी एसटी एक्ट की वजह से सवर्ण बीजेपी से नाराज चल रहे हैं। इस बीच दोनों की पार्टियों के बीच आगामी लोक सभा चुनावों में गठजोड़ को लेकर भी चर्चाएँ हो रही है जिस पर खुद शिवपाल यादव ने बड़ा इशारा कर दिया है।
भाजपा पर बोला हमला :
पत्रकारों से बातचीत में शिवपाल यादव ने कहा कि केंद्र और प्रदेश में बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार व महंगाई बढ़ाने वाली नीतियों के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ तो ईमानदार हैं लेकिन उनका सरकार पर नियंत्रण नहीं है। नीचे तक भ्रष्टाचार चरम पर है। कानून-व्यवस्था फेल है इसलिए हमने रैली का नाम ही जनाक्रोश रैली रखा है।
राजा भैया से हैं अच्छे संबंध :
मीडिया से बातचीत में शिवपाल यादव ने कहा कि राजा भैया से हमारे अच्छे संबंध हैं इसलिए उन्हें नयी शुरुआत के पहले शुभकामनाएं देना गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि समान विचारधारा के लोग हमसे संपर्क करेंगे तो उनके साथ भागीदारी का हाथ बढ़ाया जा सकता है। शिवपाल के इस बयान के बाद से नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं। अटकलें हैं कि दोनों मिलकर सपा और भाजपा की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।