प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने योगी सरकार को सत्ता धर्म का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि शहरों के ऐतिहासिक नाम नहीं बदले जाने चाहिए। कुछ नए काम करवाने के बाद सरकार उनका नामकरण करे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से जनता दुखी हुई है और अर्थव्यवस्था चौपट हुई है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी यूपी में सबसे बड़े दल के रूप में उभरकर सामने आएगी। फिलहाल 43 समान विचारधारा वाले दल उनके साथ हैं।
शिवपाल को मिला अपर्णा का साथ :
संडीला में उर्स व दंगल समारोह में शामिल होने आए शिवपाल यादव ने कहा कि बड़े भइया मुलायम सिंह यादव के अलावा उनकी बहू अपर्णा यादव भी उनके साथ हैं। चुनाव में जितने भी दल उतरेंगे, उनसे वार्ता करेंगे। उन्होंने बताया कि वामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम से भी बात हुई है। इस मौके पर अपर्णा यादव ने कहा कि वह जो कुछ भी कर रहीं, नेताजी के कहने पर कर रही हैं। नेताजी उनके साथ हैं। इस दौरान उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर कोई टिप्पणी नहीं की।
दरगाह पर चढ़ाई चादर :
शिवपाल यादव लखनऊ से सटे संडीला पहुंचे जहाँ पर उन्होंने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के साथ झाड़ी शाह बाबा उर्स में शिरकत की। इस दौरान दोनों ने दरगाह पर चादर चढ़ाई। शिवपाल यादव ने कहा कि सभी पार्टियों ने जनता के साथ अन्याय कर उनका भरोसा तोड़ा है इसलिए हमने नई पार्टी का गठन किया। शिवपाल से मुलायम सिंह यादव के साथ होने संबंधी सवाल पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली। शिवपाल की ये चुप्पी कई सवाल छोड़ गई है।
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