शिवपाल सिंह यादव ने यूपी सरकार के सभी मंत्री पदों से और प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया। मुलायम सिंह यादव ने मौजूदा सियासी हालातों पर चर्चा के लिए शिवपाल सिंह यादव को अपने लखनऊ स्थित आवास पर बुलाया था जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि स्थितियां सामान्य हो जाएंगी, पर शिवपाल के इस फैसले ने इस संग्राम को एक नया मोड़ दे दिया है। शिवपाल ने बंगला तक खाली करने की पेशकश कर दी है।
हालांकि फिलहाल अखिलेश यादव ने शिवपाल का इस्तीफ़ा नामंजूर करते हुए उनका इस्तीफ़ा वापिस कर दिया है, पर ये विवाद अब थमने का नाम ही नहीं ले रहा है।
तो क्या अखिलेश यादव होंगे पार्टी के नए ‘बॉस’
- आमतौर पर सरल स्वभाव वाले नेताजी के गुस्से के बाद भी अड़े रहे अखिलेश
- टीम शिवपाल के किसी भी खिलाड़ी की वापसी की नामंजूर
- हालांकि अभी अखिलेश और मुलायम की उनके लखनऊ आवास पर मुलाकात जारी है
तो क्या समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता ‘बंट’ जाएंगे?
- नेताजी पहले भी कह चुके हैं, शिवपाल संगठन के मजबूत नेता हैं, गए तो साथ आधी पार्टी ले जाएंगे
- शिवपाल की पत्नी सरला यादव ने जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन पद से इस्तीफ़ा दिया
- चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में अगर परिवार की टूटा तो पार्टी कार्यकर्ताओं का विश्वास जीतने में कैसे कामयाब होगी?