सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बँगला खाली करना पड़ा है। इस फैसले से बीजेपी के कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, सपा के अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीमों मायावती को सरकारी बँगला खाली करना पड़ा है। बीते दिनों सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सरकारी बँगला खाली करने के बाद राज्य सरकार की तरफ से उसकी स्थिति को मीडिया में दिखाने के लिए उसे खोला गया था। अखिलेश यादव के घर की स्थिति इतनी भयावह थी जो शायद किसी ने कल्पना नहीं की होगी। इसके बाद से बीजेपी ने अखिलेश यादव पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। अब भतीजे अखिलेश के बचाव में खुद उनके चाचा और सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव उतर आये हैं।
सरकारी बंगले में हुई तोड़फोड़ :
लखनऊ के 4 विक्रमादित्य मार्ग पर स्थित यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के पुराने सरकारी बंगले को जब मीडिया के लिए खोला गया तो सभी लोग हैरान रह गए थे। सरकारी बंगले के अंदर की तस्वीरों में फर्श की टाइलें उखड़ी हुई थीँ, दीवारों पर तोड़फोड़ हुई थी। हर कमरे में तोड़फोड़ किये जाने के निशान दिख रहे थे। इन तस्वीरों के सामने आने के बाद आरोप लगा कि पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपनी विलासितापूर्ण जिंदगी के सबूत छिपाने के लिए ये सब किया है। हालाँकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बार-बार सरकार के इन आरोपों का खंडन करते रहे हैं लेकिन फिर भी बीजेपी के नेता और प्रवक्ता सरकारी बंगले पर हुई तोड़फोड़ का अखिलेश यादव पर आरोप लगा रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर बुधवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस भी बुलाई है।
शिवपाल ने किया बचाव :
समाजवादी पार्टी में इन दिनों पहले की तरह सब कुछ ठीक होता हुआ दिखाई दे रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की लखनऊ के होटल ताज में दी गयी इफ्तार पार्टी में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साथ ही उनके चाचा और पूर्व मंत्री शिवपाल यादव पहुंचे थे। इस दौरान शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव और अन्य सपा नेता के साथ इफ्तार किया था। मैनपुरी में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सपा नेता शिवपाल यादव ने भतीजे और पूर्व सीएम अखिलेश यादव का खुलकर बचाव किया है। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश यादव बंगले से कोई सरकारी सामान नहीं, बल्कि सिर्फ अपना सामान ही लेकर गए थे। चाचा शिवपाल के इस बयान से अखिलेश यादव को काफी अच्छा लगने वाला है।