समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक और इटावा की जसवंतनगर सीट से सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने अलग राह पर चलने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने प्रदेश में सेक्युलर मोर्चा बनाने के साथ ही लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 80 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है। इसके साथ ही लोगों के मन में अभी तक सवाल है कि अलग मोर्चा बना लेने के बाद भी उन्होंने अब तक सपा से इस्तीफ़ा क्यों नहीं दिया है। मीडिया द्वारा इसी सवाल पर शिवपाल सिंह यादव ने खुद जवाब दिया है।
मुझे नहीं पड़ता कोई फर्क :
सेक्युलर मोर्चा बनाने वाले शिवपाल यादव इन दिनों मोर्चे को मजबूती देने के किए पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। इसी क्रम में वे बाराबंकी के कुर्सी कस्बे में पहुंचे जहाँ पर उन्होंने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान अलग मोर्चा बना लेने के बाद भी सपा से इस्तीफा न देने का कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव मुझे पहले भी सपा से बर्खास्त कर चुके हैं, एक बार और कर दें। अब मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में मेरा कोई सम्मान नहीं था। इसी कारण मजबूरी में मुझे यह कदम उठाना पड़ा और सेक्युलर मोर्चा बनाना पड़ा।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”संबंधित खबरें” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”2″ style=”grid” align=”none” displayby=”uttar_pradesh_categories” orderby=”random”]
छोटे दलों के समर्थन का दावा :
इस दौरान शिवपाल यादव ने कहा कि उनके मोर्चे को 45 छोटे दलों का समर्थन हासिल है। उनके मोर्च को समान विचारधारा वालों का साथ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सपा के आलवा अन्य दलों के नाराज नेताओं को साथ लेकर पार्टी को मजबूत किया जा रहा है। शिवपाल ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी के हजारों कार्यकर्ता और नेता मेरे साथ हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अपने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा को मजबूत कर देंगे। सेक्युलर मोर्चा के समर्थन के बिना 2019 में किसी की सरकार नहीं बन सकती है।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”संबंधित खबरें” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”uttar_pradesh_categories” orderby=”random”]