2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ मिलकर चुनावी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। इसके साथ सपा से नाराज चल रहे नेताओं की पार्टी में वापसी की जा रही है। सपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव के बयानों में इन दिनों काफी नर्मी देखने को मिल रही है। विधानसभा चुनावो के बाद से अखिलेश यादव पर आक्रामक रहने वाले शिवपाल इन दिनों उनकी तारीफ़ करते दिखते हैं। इस बीच मैनपुरी पहुंचे पूर्व मंत्री ने सेक्युलर मोर्चे को लेकर बड़ा बयान दे दिया है।

बीजेपी ने शुरू की तैयारी :

सपा और बसपा का ये गठबंधन औपचारिक तौर पर अभी तक आकार नहीं ले सका है। इसके बाद भी भाजपा सभी संभावनाओं का तोड़ निकालने में जुट गई है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, भाजपा का पहला उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दोनों धुर विरोधी पार्टियां एक साथ न आएं। हालांकि सपा-बसपा 2019 में साथ चुनाव लड़ती हैं तो उस परिस्थिति के लिए भी पार्टी खुद को तैयार कर रही है।  सियासी गलियारों में चर्चाएँ हैं कि बीजेपी अपने 71 विजयी उम्मीदवारों में से 50 फीसदी को इस बार मौका नहीं देगी।

मैनपुरी में बोले शिवपाल :

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इन दिनों लोकसभा चुनावों की जोरों से तैयारियां कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बसपा से गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली सीटों को लेकर 28 जुलाई को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है जिसमें कई बड़े फैसले होने की उम्मीदें हैं। इस बीच मैनपुरी पहुंचे सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हम अभी लोगों को सेक्युलर मोर्चे से जोड़ रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अपना कोई वादा पूरा नही किया, सीएम योगी की कोई सुनता नही है। देश में मंहगाई और भ्रष्टाचार अपने चरम पर पहुँच चुका है।

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