हाल ही में उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी में पारिवारिक घमासान मचा हुआ था, जिसे सपा प्रमुख के दखल के साथ काफी लम्बे समय बाद काबू में किया जा सका। इस पारिवारिक झगड़े ने मुख्यमंत्री अखिलेश और प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बीच की दूरी एकदम साफ़ हो गयी है। वहीँ सपा प्रमुख समेत सीएम अखिलेश और शिवपाल सिंह यादव बार यही कह रहे हैं कि, पार्टी और परिवार में सब ठीक है।
कितनी सच्चाई है इस बात में:
प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच अभी सब कुछ ठीक नहीं हुआ है। पार्टी के नेता और पदाधिकारी लाख कहें की पार्टी में सब ठीक है, लेकिन ये पारिवारिक झगड़े के बाद बनी खाई को पाटने की लीपापोती मात्र है। समाजवादी परिवार का यह झगड़ा 24 अक्टूबर की सपा की शीर्ष नेतृत्व की बैठक के बाद और अधिक मुखर हो गया।
उसके बाद से चाचा और भतीजा दोनों ही अधिक से अधिक कोशिश इस बात की करते हैं कि, दोनों एक दूसरे के सामने न पड़ें। इसी के चलते समाजवादी परिवार में दिवाली का त्यौहार भी सभी ने अलग बनाया। यहाँ तक कि, शिवपाल यादव भी तभी सैफई के लिए निकले, जब मुख्यमंत्री अखिलेश सैफई से लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
विकास रथ यात्रा में नहीं शामिल होंगे शिवपाल सिंह:
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने बुधवार 2 नवम्बर को पार्टी कार्यालय में बैठक की थी, जिसमें उन्होंने आगामी 5 नवम्बर को होने वाले रजत जयंती समारोह पर चर्चा की थी। जिसमें उन्होंने विकास रथ यात्रा में शामिल होने के सवाल पर गोल-मोल जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि, उन्हें रजत जयंती समारोह की तैयारियों की जिम्मेदारी मिली हुई है, उसे भी सफल बनाना है। प्रदेश अध्यक्ष का यह बयान इस बात की सीधी पुष्टि था कि, पार्टी के मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और प्रमुख के बीच सब कुछ ठीक नहीं है।