मेरठ के खर्दौरा थानाक्षेत्र से एकदम हटके मामला सामने आया है. जहां अक्सर पुलिस कर्मी अपनी कमी छुपाने के लिए कुछ भी कर जाते है, वहीँ मेरठ के इस थानाध्यक्ष ने अपनी लापरवाही मानी है. अपनी लापरवाही को मानते हुए खर्दौरा के थानाध्यक्ष राजेंद्र त्यागी ने अपने ही थाने में अपने खिलाफ शिकायत दर्ज करायी.
खुद के साथ साथी पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी शिकायत:
मेरठ के इस थानाध्यक्ष ने ना सिर्फ अपने खिलाफ बल्कि जनरल डायरी में अपने और अपने साथी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तस्करा (टिप्पणी) अंकित कर डाली. दरअसल कुछ दिन पहले ही राजेंद्र त्यागी ने इस थाने का चार्ज लिया है. चार्ज लेते समय थानाध्यक्ष ने खुद समेत सभी पुलिसवालों के खिलाफ नियम बना दिया था कि किसी भी क्षेत्र में चोरी होने पर उस क्षेत्र के बीट कॉन्स्टेबल की जिम्मेदारी होगी.
उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए खुद की लापरवाही होने पर खुद के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी. जोकि चारों तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है. अपने बयान में थानाध्यक्ष ने कहा कि जघन्य अपराध जैसे डकैती, गोकशी या हत्या आदि होने पर उसकी जिम्मेदारी बीट कॉन्स्टेबल, हल्का प्रभारी-चौकी इंचार्ज (दरोगा) और खुद थानाध्यक्ष की होगी.
खुद बनाये थे कुछ नियम:
उन्होंने यह नियम खुद बनाये थे और कहा था कि लापरवाही दो बार से ज्यादा पाई गई, तो उस पुलिसकर्मी चाहे वह खुद थानाध्यक्ष ही क्यों न हो, उसकी शिकायत आला अफसरों को भेजी जाएगी. इसके बाद जिसके खिलाफ आला अफसर उस पर कार्रवाई करेंगे.
खरखौदा के थाना अध्यक्ष राजेंद्र त्यागी ने अपने एक बयान में कहा है कि थाने का चार्ज लेने के बाद से अब तक उनके क्षेत्र में छह छोटी-छोटी चोरियां हो चुकी है, जिनमें उन्होंने 6 कॉन्स्टेबल के खिलाफ जीडी में तस्करा दाखिल कर दिया. बीते कुछ दिन में उनके क्षेत्र में गोकशी हुई है, जिसमें वह सीधा-सीधा बीट कॉन्स्टेबल, दरोगा और खुद को जिम्मेदार मानते हुए अपने ही थाने के जीडी में अपने और बीट कॉन्स्टेबल अनिल तेवतिया, हल्का प्रभारी प्रेम प्रकाश, दरोगा चंद किशोर, रात्रि प्रभारी दरोगा सुनील, कॉन्स्टेबल आजाद और नीलेश के खिलाफ जीडी में तस्करा दाखिल किया है. अपने क्षेत्र के 19 गोतस्करों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है. उनकी धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है.