यूपी सरकार ने श्रवण साहू हत्याकांड की जांच सीबीआई से करवाने को मंजूरी थी। जिसके चलते अब सीबीआई उस समय की तत्कालीन एसएसपी मंज़िल सैनी से पूछ ताछ करेगी। परिवार वालों ने शासन से घटना की सीबीआई जांच की मांग की थी। हालांकि इस मामले में राजधानी पुलिस ने हत्यारा की सुपारी देने वाले अकील समेत शूटर्स को गिरफ्तार करने का दावा किया था।
श्रवण साहू हत्याकांड: आरोपियों की रिमांड मंजूर!
मेरठ एसएसपी मंज़िल सैनी से सीबीआई करेगी पूछताछ
- इस मामले में अब तक कुल पांच लोगों को पुलिस ने जेल भेजा है।
- परिवार वालों का आरोप है कि श्रवण साहू मर्डर केस में कुछ पुलिस कर्मियों पर भी आरोप हैं।
- जिन्हें विभाग ने बर्खास्त तो कर दिया लेकिन उनकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी।
- मंज़िल सैनी ने आज ही मेरठ में एसएसपी का कार्यभार संभाला हैं।
- क्या था पूरा मामला?
सहादतगंज के रहने वाले तेल व्यवसायी श्रवण कुमार साहू (50) बुधवार शाम अपनी दुकान पर बैठे थे।
इसी दौरान पल्सर सवार दो बदमाश वहां आए और अधाधुंध फायरिंग करते हुए श्रवण पर 5 गोलियां चलाईं। - गोली उनके सिर में लगी।
- घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
- परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
- मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
- श्रवण साहू अपने जवान बेटे आयुष की हत्या की पैरवी कर रहे थे।
- आरोप है कि 16 अक्टूबर 2013 की रात अकील नाम के बदमाश ने पुलिस की शह पर आयुष की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
- परिजनों ने बताया कि आयुष कैम्पलरोड स्थित बीयर शॉप में दोस्तों के साथ बियर पीने गया था।
- वहीं अकील भी बीयर पी रहा था।
- दुकान में ठंडी एक ही बोतल बीयर बची थी जिसका आयुष ने पैसा दिया।
- लेकिन अकील ने अपना दबदबा दिखाते हुए वह बोतल हासिल करने का प्रयास किया था।
- इस पर आयुष से उसकी कहा सुनी हो गई थी और अकील ने उसे मौके पर गोली मार दी ।
- ताबड़तोड़ फायरिंग के दौरान आयुष के दोस्त आकाश साहू और नितिन साहू भी घायल हो गए थे।
श्रवण साहू केस में बैलेस्टिक रिपोर्ट अधर में लटकी!
साजिश के तहत फंसाया गया था श्रवण साहू को
- इसके पहले अकील ने श्रवण साहू को फंसाने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम के साथ मिलकर चार बेगुनाहों को आर्म्स एक्ट में जेल भिजवा दिया था।
- आरोप है कि क्राइम ब्रांच की टीम ने कहानी बनाते हुए अधिकारियों को बताया था।
- श्रवण साहू ने अकील नाम के शख्स को मारने के लिए 20 लाख की सुपारी दी थी।
- लेकिन मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी मंजिल सैनी ने एसआई धीरेंद्र शुक्ला, कॉन्स्टेबल धीरेंद्र यादव, कॉन्स्टेबल अनिल सिंह को बर्खास्त कर दिया था।
- वहीं कॉन्स्टेबल राजाराम पांडेय, कॉन्स्टेबल सुजीत कुमार, कॉन्स्टेबल विवेक मिश्रा, कॉन्स्टेबल आलोक पांडेय, कॉन्स्टेबल लवकुश मिश्रा को निलंबित कर दिया था।
- इस मामले में एसआई मोरमुकुट पांडेय, एसआई पंकज सिंह, एसआई संजय खरवार, एसआई विनय कुमार को लाइनहाजिर किया गया था।
- साथ ही प्रभारी निरीक्षक श्याम नारायाण यादव, प्रभारी चौकी मोहान दीपेंद्र के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई थी।