भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर डा0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया। रक्त परीक्षण, नाड़ी परीक्षण के साथ कैल्शियम आदि की भी जांच की गई। जनसंघ के संस्थापक डा0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर प्रदेश मुख्यालय में श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए एक देश, एक प्रधान, एक निशान का राजनीतिक सूत्र देकर राष्ट्र की एकता और अखण्डता के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष करने वाले कालजयी युगपुरूष द्वारा प्रशस्त पथ पर चलने का सभी ने संकल्प लिया।
राष्ट्र की अखण्डता के लिए उन्होंने कण्टकाकीर्ण मार्ग चुना
डा0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी के कृतित्व पर वक्ताओं ने कहा कि सुख सुविधाओं और संसाधनों का परित्याग कर राष्ट्र की अखण्डता के लिए उन्होंने कण्टकाकीर्ण मार्ग चुना। डा0 मुखर्जी जम्मू-कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। डा0 मुखर्जी स्वेच्छा से अलख जगाने के उद्देश्य से राजनीति में आए और भारतीय राजनीति की धारा को मोड़कर भारतीय सांस्कृतिक मार्ग की ओर उन्मुख कर दिया।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल ने स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का शुभारम्भ करते हुए कहा कि डा0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा प्रशस्त मार्ग का अनुसरण करते हुए भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता राष्ट्र की एकता, अखण्डता को अक्षुण्य बनाये रखने का संकल्प लेकर जन-जन के कल्याण के कार्य में रत है। श्रीमती जायसवाल ने स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में कहा कि भारतीय चिकित्सा पद्धति विशेषकर आयुर्वेद को अपने जीवन में हम सभी को अधिक स्थान देना चाहिए, ताकि बिना दुष्प्रभावों के स्वस्थ जीवन के साथ हम आगे बढ़ सके।
अंग वस्त्र भेंटकर किया सम्मानित
स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के उपरान्त प्रदेश मुख्यालय प्रभारी भारत दीक्षित ने चिकित्सकों को डा0 मुखर्जी का चित्र एवं अंग वस्त्र भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला, प्रदेश मंत्री अमर पाल मौर्य, प्रदेश अध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा कौशल किशोर, मोर्चा प्रभारी अशोक तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन, प्रदेश सहमीडिया प्रभारी आलोक अवस्थी, हिमांशु दूबे, प्रदेश सह संपर्क प्रमुख डा0 तरूणकांत त्रिपाठी, नवीन श्रीवास्तव, कमल ज्योति संपादक अरूणकांत त्रिपाठी, प्रबंधक राजकुमार तथा हीरो बाजपेयी, अनीता अग्रवाल, अशोक वर्मा, अजय सिंह आदि उपस्थित रहे।