वाराणसी. “पुलिस” शब्द कानों में गूंजते ही मन गौरवान्वित महसूस करता है, सितारों से सजी खाकी वर्दी का अपना मान-सम्मान है लेकिन कभी-कभी कुछ लोग इसके सम्मान से खिलवाड़ कर जाते हैं। एक दारोगा ने कुछ ऐसा ही किया। ‘प्रभाव’ कहिए या फिर अज्ञानता कि उसने अपने साथियों संग एक महिला के पार्थिव शरीर के आगे सशस्त्र सलामी देते हुए अपने शस्त्र झुका दिए। ऐसा नहीं है कि पुलिस किसी पार्थिव शरीर के सामने अपनी संवेदना प्रकट करने के लिए राष्ट्रीय चिह्न् से सुसज्जित टोपी नहीं उतारती। मामला नियम-कानून से जुड़ा हो तो फिर गलती क्षम्य नहीं होती।
दारोगा ने सम्मान में झुका दिए शस्त्र
- दरअसल, बीते शनिवार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बलदेव जी की बहू शारदा देवी का निधन हो गया था।
- मानिंद परिवार में निधन की सूचना पर एसडीएम पिंडरा पहुंचे।
- थाने पर तैनात दारोगा उदयभान सिंह भी आ गए।
- इस दौरान शारदा देवी के पारिवारिक सदस्यों के समाज के प्रति किए योगदान को लेकर चर्चाएं होने लगी।
- बातचीत के दौरान दारोगा ने यह समझा कि शारदा देवी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थी और उन्होंने साथ आए तीन सिपाहियों के साथ पार्थिव शरीर को सशस्त्र सलामी देने के बाद सम्मान में अपने शस्त्र झुका दिए।
- दारोगा को अपनी गलती का अहसास तब हुआ जब उसने प्रतिसार निरीक्षक को यह कहने के लिए फोन किया कि मणिकर्णिका घाट पर सशस्त्र सलामी के लिए पुलिस लाइन से गारद भेज दें।
- प्रतिसार निरीक्षक टीपी द्विवेदी ने नाम पूछा तो उदयभान सिंह ने शारदा देवी बताया।
- प्रतिसार निरीक्षक के पास मौजूद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की सूची में शारदा देवी का नाम नहीं था और उन्होंने गारद भेजने से मना कर दिया।
- तब तक दारोगा द्वारा घर पर दी सलामी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
एसएसपी ने कहा दोषियों पर होगी कार्रवाई
- एसएसपी आरके भारद्वाज ने बताया कि मामले की जांच क्षेत्रधिकारी बड़ागांव को सौंपी गई है।
- जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
- भविष्य में ऐसी गलती न हो इसके लिए सभी पुलिसकर्मियों को इसके बाबत जानकारी के साथ पुलिस लाइन में मौजूद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, लोकतंत्र सेनानी, पूर्व, वर्तमान सांसद, विधायकों की सूची उपलब्ध कराई जाएगी।
इनके पार्थिव शरीर को दी जाती है सशस्त्र सलामी
- सांसद, विधायक (पूर्व/वर्तमान)
- भारत रत्न
- स्वतंत्रता संग्राम सेनानी
- लोकतंत्र सेनानी
- पद्मश्री
- पद्मभूषण
- पद्मविभूषण
- सेना, अर्धसैनिक बल व कर्तव्य की राह पर शहीद हुए पुलिस के जवानों को।