यूपी के इटावा जिले के सैफई थाने में तैनात दारोगा योगेंद्र शर्मा की गुंडागर्दी का वीडियो सामने आने के बाद uttarpradesh.org ने “थाने के भीतर नाबालिग को किया टार्चर” नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। थाने में तैनात इस दारोगा ने एक नाबालिक बालक को थाने के भीतर पुलिसकर्मी ने यातनायें दीं। किशोर रोता रहा लेकिन पुलिसवाला उसे टार्चर करता रहा। हमारी खबर का संज्ञान लेते हुए एसएसपी ने जांच के बाद आरोपी दारोगा को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। दारोगा के निलंबन की कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग को लिखा गया है।

मासूम के कान से निकला खून

  • गौर से देखिये खाकी वर्दी में छिपा ये शैतान थाने के भीतर एक 14 वर्षीय किशोर की पिटाई करते दिख रहा है।
  • ये वर्दी वाला गुंडा थाने का दारोगा बताया जा रहा है।
  • वायरल वीडियो में ये गुंडा कमर में पिस्तौल भी लगाए दिख रहा है।
  • ये जुल्मी मासूम पर जुल्म ढहा रहा है।
  • लेकिन बच्चे के पास में बैठे और खड़े तमाम लोग बचाना तो दूर बोलने की भी डर के मारे हिम्मत नहीं दिखा पा रहे हैं।
  • बच्चे की पिटाई ऐसी कि उसके कान से खून निकल आया।
  • इतना ही नहीं गले और पूरे बदन पर नाखूनों और डंडे की पिटाई के निशान दारोगा की हैवानियत की कहानी बता रहे हैं।

दवाई लेने गया था मासूम, चोरी के जुर्म में पकड़ा

  • पीड़ित बच्चे ने बताया कि वह दवाई लेने गया था।
  • उसे रास्ते में एक दारोगा मिला, दारोगा ने बच्चे को बुलाया और थाने ले गया।
  • यहां दारोगा ने किशोर पर मोबाईल चोरी का आरोप लगा दिया।
  • जुर्म कबूल कराने के लिए उसे टार्चर किया।
  • टार्चर इतना कि देखने वाले की रूह तक कांप जाये।
  • पिटाई और पुलिस की यातनाओं से किशोर को अंदरुनी चोटें आई है।
  • अब देखना ये होगा कि अब दारोगा के खिलाफ कोई कठोर विभागीय कार्रवाई होगी या केवल दारोगा को निलंबित कर मामले को रफा-दफा कर दिया जायेगा।

कर्ज लेकर दी 10 हजार की रिश्वत तब छोड़ा

  • पीड़ित बच्चे की मां मीरा देवी ने बताया कि उसके बच्चे के सिर और हाथ में दर्द हो रहा था।
  • इसलिए उन्होंने बच्चे को दवा लेने भेज दिया और खुद मजदूरी करने चली गई।
  • पीड़ित गरीब के ना तो खेत है और ना ही जमीन।
  • गरीबी भी इतनी की घर में खाने तक को नहीं बच्चे भूखे थे।
  • लेकिन मोबाईल चोरी के शक में पुलिस ने पकड़कर उसे और कंगाली की राह पर लाकर खड़ा कर दिया।
  • पीड़िता ने बताया कि उसने कर्ज लेकर 10 हजार रुपये की रिश्वत दी तब जाकर दारोगा ने उसे छोड़ा।
  • पीड़िता ने बताया कि पुलिस ने मासूम के बड़े भाई और पिता को भी पीटा और पीड़िता को भी गंदी-गंदी गलियां दीं।
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