भले ही गौ रक्षक गायों की सुरक्षा के लिए यूपी भर में अपने बयानों के पुल बांध रहे हों लेकिन जमीन पर इसकी हकीकत कुछ और ही दिखाई दे रही है। ताजा मामला मेरठ जिले का है। यहां एक गे घर में पिछले कई दिनों से बीमार पड़ी थी लेकिन घर वाले उसे इलाज कराने इसलिए नहीं ले जा रहे थे कि कहीं गौ रक्षक बवाल ना करने लगें और पुलिस उन्हें गिरफ्तार ना कर ले।
बीमार गाय के इलाज के लिए सैकड़ों ट्वीट
- जानकारी के मुताबिक, कंकर खेड़ा थाना क्षेत्र के लाला महमदपुर गांव में रहने वाले राजीव सिंह की गाय पिछले महीने की 29 तारीख से बीमार चल रही थी।
- इसकी सूचना उनके घर की सदस्य ज्योति सिंह ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन को दी।
- ज्योति के अनुसार कोई उनकी मदद को आगे नहीं आया।
- उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सैकड़ों ट्वीट कर मदद मांगी लेकिन करीब 20 दिन बीत गए कोई मदद नहीं मिली।
- गाय को इलाज कराने के लिए ले जाते घरवाले इसलिए डर रहे थे कि कहीं गौ रक्षक इसे तस्करी समझकर बवाल ना काटने लगें।
हमारी टीम ने मदद को बढ़ाये हाथ
- रविवार को सोशल मीडिया के जरिये uttarpradesh.org से गाय की मदद की गुहार लगाई गई।
- गाय के बीमार होने के मामले को हमने गंभीरता से लेते हुए हमारे मेरठ संवाददाता सादिक खान को फ़ौरन हर संभव मदद के लिए मौके पर भेजा और पुलिस प्रशासन को अवगत कराया।
- मामले को गंभीरता से लेते हुए मेरठ की एसएसपी मंजिल सैनी ने फ़ौरन ट्रैफिक इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह को मौके पर भेजा।
- ट्रैफिक इस्पेक्टर पुलिस फ़ोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
- एसएसपी के आदेशानुसार पुलिस ने बरेली तक गाय को ले जाने के लिए एक ट्रक और 2 पुलिसकर्मी उपलब्ध कराये हैं।
- हमारी टीम के पहुंचते ही पुलिस प्रशासन की मदद मिलने से गाय के रखवालों ने पूरी टीम को धन्यवाद कहा है।
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