स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने अखिलेश यादव के सरकारी बंगले को छोड़े जाने के मुद्दे पर भी सपा अध्यक्ष को घेरा.
सिद्धार्थनाथ ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना:
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कुछ ही देर पहले हुई प्रेस वार्ता को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह आज एक प्रेस वार्ता कर रहे हैं. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि आज की अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे वाली कहावत पर थी.
-उन्होंने सपा प्रमुख की भाषा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अखिलेश यादव पूर्व में मुख्यमंत्री रहे हैं, उन्हें अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए.
अखिलेश यादव के सरकारी आवास छोड़ने के बाद धुल धूसरित हुए बंगले पर राज्यपाल के पत्र को लेकर अखिलेश ने सवाल उठाया था जिसपर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि गवर्नर साहब के लेटर पर कोई सवाल नही उठना चाहिए.
सरकारी आवास तोड़े जाने को लेकर उठाये सवाल:
उन्होंने कहा, “राज्य सम्पति विभाग जिसे भी घर देता है, उसे उसी हालत में घर छोड़ कर जाना चाहिए.”
वहीं सरकारी आवास खाली करने के निर्णय पर कहा कि ये घर खाली करने वाला निर्णय सरकार का नही है, बल्कि सुप्रीमकोर्ट का है. इसे भी पूर्व मुख्यमंत्री रहे अखिलेश जी नही समझ पा रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, “जो जनता के बीच में रहता है, जनता की सेवा करता है, वो मुख्यमंत्री नहीं मुख्यसेवक होता है।” -“अगर आप मुख्यमंत्री पद से हट जाए तो मुख्यसेवक तो रहेंगे। लेकिन ऐसी सोंच अखिलेश यादव की नहीं थी.”
उन्होंने अखिलेश यादव की आज की प्रेस वार्ता को उल्टा चोट कोतवाल को डांटे सरीखा बताया.
-“बंगला मैने अपने पैसे से, अपनी पसंद से बनाया था ऐसा अखिलेश ने कहा, तो मेरे हिसाब से अगर इतना पैसा आपने लगाया है तो इनकम टैक्स वालों को देखना चाहिए कि आखिर इतना पैसा कहां से आया.”
उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश के सरकारी बंगले में हुई तोड़ फोड़ सभ्य समाज का हिस्सा नही है। उन्होंने सवाल भी उठाया कि बंगले में दीवार क्यों तोड़ी गयी. दीवार के पीछे ऐसा क्या था. उन्होंने कहा कि आखिर ऐसा क्या छुपाया था दिवार के पीछे जो उसे तोडना पड़ा.
बस टर्मिनल पर अखिलेश की टिप्पणी का दिया जवाब:
सीएम योगी के मंत्री ने आलमबाग बस टर्मिनल के उद्घाटन को लेकर अखिलेश के बयान पर कहा, “बस टर्मिनल के बारे में कटाक्ष करने के से पहले उसका पूरा काम किसने किया उसके बारे में भी बोलने से पहले सोंचना चाहिए।”
-हमने काम किया है सिर्फ शिलान्यास नही किया.
-आईएएस अफसर का जो ज़िक्र किया है उन्होंने वो वहां नही गए हैं.
-विषय ये नही है कि वहां कौन गया कौन नही गया विषय ये हैं कि उस दीवार के पीछे आखिर ऐसा क्या था. उसके बारे में अखिलेश बताएं.
-मायावती ने अपने व्यक्तिगत चीजों को सोचते हुए अपना घर मीडिया को दिखाया, अखिलेश यादव को भी दिखाना चाहिए था अगर उन्होंने कोई तोड़फोड़ नही की, लेकिन वो ये ज़रूर बताएं कि उस दीवार के पीछे क्या था.
-5 केडी पर वो कुछ भी छोड़ के आये हों लेकिन वो टोंटी को लेकर क्यों परेशान हैं. वो टोंटी लेकर क्यों घूम रहे हैं
-अखिलेश के भाजपा सरकार द्वारा उन्हें बदनाम करने के आरोप को लेकर सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि हमने 2017 में ही एक खेल खेला था उसमें हमने अखिलेश यादव को बुरी तरह हराया है.
प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी सहित 10 IAS अफसरों की होगी पदोन्नति
इसके साथ ही उन्होंने 10 आईएएस अधिकारियों की पदोन्नति को लेकर भी अधिकारियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि अवनीश कुमार आवस्थी को प्रोन्नति की बधाई.
बता दें कि आज 10 वरिष्ठ आईएएस अफसरों की पदोन्नति की गयी हैं. इनमे प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी सहित अरुण सिंघल संयुक्त सचिव केन्द्र सरकार, महेश कुमार गुप्ता प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन, लीला नंदन संयुक्त सचिव केन्द्र सरकार, रेणुका कुमार प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावण, देवाशीष पांडा संयुक्त सचिव केन्द्र सरकार, संजीव कुमार मित्तल प्रमुख सचिव वित्त, रमा रमण आयुक्त व निदेशक हैंडलूम व टेक्सटाइल्स, सुनील कुमार संयुक्त सचिव केन्द्र सरकार,जीवेश नंदन संयुक्त सचिव केन्द्र सरकार के नाम शामिल हैं.