सिद्धार्थनगर – कोविशील्ड की जगह को-वैक्सीन लगाने के मामले में अब एक और नई जानकारी।

बढ़नी क्षेत्र के औदहीं कला गांव में 20 लोगों को कोविशील्ड की जगह को-वैक्सीन लगाने के मामले में अब एक और नई जानकारी सामने आ रही हैं।

जांच टीम को बढ़नी पीएचसी से 50 डोज कोविशील्ड गायब मिली है।

वायल खुलने के 28 दिन बीतने पर भी डोज का पता नहीं चल सका है।

जांच टीम ने आईओ शशि सिंह को दोषी मानते हुए डोज के मूल्य की रिकवरी का आदेश दिया है और शशि सिंह ने प्रभारी अधीक्षक डॉ. शिवेष्ट पटेल जिनका अब स्थानांतरण हो चुका हैं को जिम्मेदार ठहराया है।

जिले की बढ़नी पीएचसी ने 14 मई को ब्लॉक क्षेत्र के औदही कला गांव में टीकाकरण सत्र में लाभार्थियों को को-वैक्सीन लगाने के लिए भेजा था।

इस दौरान 20 लोगों को दूसरी डोज कोविशील्ड लगने की बजाए को-वैक्सीन लगा दी गई।

इस मामले को लेकर जिले में मची हलचल के बाद सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने डिप्टी सीएमओ डॉ. डीके चौधरी व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. सौरभ चतुर्वेदी की दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर प्रकरण की जांच कराई।

इस मामले में प्रभारी अधीक्षक डॉ. शिवेष्ट पटेल व एएनएम कमलावती को दोषी मानते हुए कार्रवाई भी कर दी गई है, लेकिन जांच टीम के सामने अब वैक्सीन चोरी होने की नई कहानी आई है।

जांच टीम ने बढ़नी पीएचसी पर पाया है कि कोविशील्ड की 50 डोज वायल खुलने के बाद न तो सत्र स्थल पहुंच सका और न ही वापस कोल्ड चेन में आया।

डोज की जानकारी आईओ को रखनी थी।

यह लापरवाही है। जांच टीम की रिपोर्ट में आईओ से वैक्सीन डोज के मूल्य की रिकवरी की संस्तुति की है।

सीएमओ ने शांति सिंह पर डोज गायब करने का हवाला देकर कोविशील्ड के मूल्य 75 सौ रुपये के हिसाब से रिकवरी का आदेश दिया है।

वहीं आईओ शशि सिंह ने आरोप लगाया है कि वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर राजुकमार के कोरोना पाजिटिव हो जाने पर मुझे जिम्मेदारी दी गई थी।

गलत वैक्सीन लगने के विवाद पर 19 मई को वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर राजकुमार के सहयोगी विनय ने चाबी लेकर पांच वायल कोविशील्ड की गायब कर दी है। उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है।

बढ़नी पीएचसी से 50 डोज कोविशील्ड टीका गायब है। जांच टीम ने आईओ शशि सिंह को दोषी माना है। वैक्सीन की डोज की कीमत ईओ से रिकवर की जाएगी।

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