सीतापुर में बच्चों पर लगातार हो रहे कुत्तों के हमलों के लिए रविवार को हमारी टीम ने पीड़ित परिवार से लेकर अफसरों और वन्य जीव विशेषज्ञों से बातचीत की। गांववालों ने बताया कि बच्चों का शिकार करने वाले स्थानीय कुत्ते नहीं हैं। वे कुत्ते अलग तरह के हैं। आकार में बड़े हैं। वे हमला करने से पहले भौंकते नहीं हैं। वे झुंड में आते हैं और घात लगाकर गर्दन पर वार करते हैं। वे ज्यादातर भूरे या चितकबरे रंग के हैं। गुरपलिया गांव में दो बच्चे खालिद और रहीम भी ऐसे ही हमले में शिकार हुए। यहां भी सभी ने कहा कि गांव के कुत्ते बच्चों का शिकार नहीं कर रहे हैं। ये कुत्ते कुछ अलग तरह के हैं। भौंकते नहीं हैं। सीधे गर्दन पर हमला करते हैं। भगौतीपुर, गुरपलिया, बुड़हानपुर सहित कई गांवों के बच्चे भी ऐसे ही हमलों में मारे गए। गांव में बड़ों बच्चों के अलावा बड़ों ने कुत्तों को हमला करते नहीं देखा।
असलहों से ऐसे लैस कि किसी दुर्दांत अपराधी की तलाश
खुद पुलिस लाइसेंसी हथियार वाले ग्रामीणों के साथ कॉबिंग कर रही है। पिस्टल, रिवॉल्वर, दुनाली बंदूक, लाठी डंडों से लैस पुलिस और गांव वाले। सीतापुर के खैराबाद के आसपास गांवों का नजारा ऐसा है, जैसे किसी बड़े अपराधी की तलाश हो। दरअसल, ये सब दिन रात एक करके शिकारी ‘कुत्तों’ को तलाश रहे हैं, जिन्होंने पिछले तीन महीने में 12 मासूमों का शिकार किया है। किसी ने उन शिकारी ‘कुत्तों’ को नहीं देखा और सभी विभागों के एक्सपर्ट मिलकर अभी यह भी तय नहीं कर पाए हैं कि बच्चों का शिकार कुत्ते ही कर रहे हैं। शिकारी ‘कुत्तों’ के शक में अब उन कुत्तों पर हमले हो रहे हैं जो बच्चों के साथ लिपट-लिपटकर खेलते हैं। पिछले कुछ दिनों में कई कुत्ते मारे गए हैं।
ड्रोन कैमरे से जंगली जानवरों को ढूंढ रही पुलिस
सीओ सिटी योगेंद्र सिंह ने बताया कि हमने कुत्तों की तलाश के लिए अब ड्रोन मंगवाया है। इससे झुंड की तलाश की जाएगी। मुख्य प्रधान वन संरक्षक ‘वन्य जीव’ एसके उपाध्याय कहते हैं कि कुछ एक्सपर्ट को भेजकर पैरों के निशान और अन्य तकनीक से पहचान कराई जाएगी। यदि किसी और जीव के निशान दिखते हैं, तो उस दिशा में भी काम किया जाएगा। दहशत बढ़ने पर मथुरा से निजी एक्सपर्ट की टीमें बुलाई गईं। गांवों से कुछ कुत्ते पकड़े भी गए लेकिन फिर भी घटनाएं रुक नहीं रहीं। अफसरों पर दबाव बना तो गांववालों के साथ खुद भी कई कुत्तों को मार दिया। यहां तक कि गांव वालों ने बताया कि अफसरों ने आकर कहा है कि जहां भी कुत्ते पर शक हो, उसे मार दो। आरोप है कि बेगुनाह कुत्ते बेकार में मारे जा रहे हैं।