सीतापुर। एक तरफ योगी सरकार ने स्लाटर हाउस पर कड़ा पहरा लगा दिया है तो वहीं दूसरी तरफ अवैध रूप से गोमांस का कारोबार पुलिस शह पर फल-फूल रहा है। यदि किसी तरह से ग्रामीणों द्वारा इन तस्करों को पकड़ लिया जाता है तो पुलिस मौके पर पहुंचती नहीं है और यदि पहुंच भी जाती है तो आरोपियों से मोटी रकम लेकर छोड़ देती है। कुछ ऐसा ही वाक्या आए दिन सीतापुर जिले के लहरपुर कोतवाली क्षेत्र में देखने को मिलता रहता है। वहीं इसके खिलाफ आवाज उठाने वालों की जुबान डरा धमका कर बंद करा दी जाती है।
शिकायत करने पर फर्जी मुकदमें में फंसाने की देते हैं धमकी
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विश्व हिंदू महासंघ के कार्यकर्ता अधिवक्ता आशीष कुमार गौड़ का कहना है कि यदि किसी पशु तस्करों एवं मांस से लदे किसी वाहन अथवा व्यक्ति को पकड़ लिया जाता है और पुलिस को सूचित किया जाने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। बताया कि कोतवाली प्रभारी लहरपुर से उनके सीयूजी नंबर पर संपर्क किया तो कोतवाली प्रभारी ने कोई कार्रवाई करने के बजाए उल्टे ही फोन करने वाले पर धौंस दिखाते हैं। वहीं उनका कहना है कि ऐसी सूचना देने पर सवाल खड़ा करते हुए प्रभारी द्वारा कहा जा है कि ‘‘आप कौन होते हैं और फालतू फोन मेरे पास मत करना‘‘ इस प्रकार की अमानवी भाषा शैली का प्रयोग किया गया।
#SitapurCowSlaughterExpose – पुलिस की शह पर यहां धड्डले से काटी जा रही गाय, बाकी की जानकारी @dgpup कार्यालय तक हम लोगों द्वारा पहुंचा दी गई है. @Uppolice @sitapurpolice @myogiadityanath @CMOfficeUP #videonews #CowSlaughter pic.twitter.com/8AjJR3lxYl
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) June 2, 2018
मछली वाली पेटियों में होता है सप्लाई
सूत्रों अनुसार पशु तस्करों द्वारा लहरपुर कोतवाली क्षेत्र में ही गोहत्या की जाती है। जिसके बाद मांस की सप्लाई करने के लिए मछली वाली पेटियों का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें बर्फ डालकर अन्य राज्यों को सप्लाई की जाती है। बताया जा रहा है कि भारी मात्रा में आए दिन पशुओं की हत्या कर उनके मांस को सप्लाई करती रहती है पर पुलिस को कोई भी कदम नहीं उठाया जाता है।
ग्रामीणों को दे रखा है धमकी
जब इस बावत ग्रामीणों से बात करनी चाही तो ग्रामीण कुछ भी बोलने से कतराते रहे। उनका कहना है कि इस मामले में यदि वह कुछ भी बोलते हैं तो उन्हें पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमें में फंसा कर जेल भेज दिया जाएगा। एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि लहरपुर कोतवाली क्षेत्र में मांस को पल्सर से लादकर ले जा रहे दो युवकों को पकड़ था। जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा डायल 100 पर पुलिस को सूचना दी गई थी। घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची कोतवली पुलिस ने डायल 100 की गाड़ी को बगैर कोई कार्रवाई किए वापस कर दिया गया था।
पकड़े गए मांस को गड्ढे में गड़वाया
बता दें कि पशु तस्करों के पास से पकड़े गए मांस को पुलिस द्वारा गड्ढे में गड़वा दिया। आरोप है कि ग्रामीणों द्वारा पकड़ कर दिए गए तस्करों को पुलिस द्वारा 70 हजार रूपये लेकर छोड़ दिया गया है। वहीं एक आरोपी को पुलिस ने हिन्दुत्ववादी संगठनों के दबाव में आकर जेल भेज दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस को तस्करी के माध्यम से मोटी रकम थाने तक तस्करों द्वारा पहुंचा दी जाती है।
पत्रकार को जेल भेजवाने की दी धमकी
वहीं प्रभारी का कहना है कि हमारे साथ बड़े बड़े अखबारों के पत्रकार साथ हैं, हम जो चाहे अखबार में निकलवा सकते है हमारा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता। धमकी दी कि पिछले दिनों ही एक पत्रकार द्वारा ऐसा ही काम किया गया था जिसे सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाकर जेल भेजवा दिया था।
#SitapurCowSlaughterExpose – पुलिस की शह पर यहां धड्डले से काटी जा रही गाय, बाकी की जानकारी @dgpup कार्यालय तक हम लोगों द्वारा पहुंचा दी गई है. @Uppolice @sitapurpolice @myogiadityanath @CMOfficeUP pic.twitter.com/CWWjNvYYDw
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) June 2, 2018
30 अप्रैल 2018- लहरपुर थाना क्षेत्र में पशु तस्करों द्वारा पल्सर गाड़ी पर दो बोरे में मांस लादकर ले जाने की सूचना पर ग्रामीणों ने पकड़ लिया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि घटना की सूचना डायल 100 को दी थी, लेकिन थाना प्रभारी ने पहुंचकर डायल 100 पुलिसकर्मियों को वापस भेज दिया। जिसके बाद मांस को खेतों में गड़वा दिया गया।
24 अप्रैल 2018- रामकटोरा थाना क्षेत्र में वजीरनगर-रामकोट मार्ग पर ग्रामीणों ने पशु तस्करों को देर रात पकड़ लिया था। जिसके बाद मौके से दो तस्कर फरार होने में कामयाब हो गए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गाड़ी की शीशा काले गए पांच पशुओं में से एक की मौत हो गई थी।
14 दिसम्बर 2017- बहराइच में पुलिस ने 7 शातिर पशु तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 15 मवेशी बरामद किये गए है। ये तस्कर इतने शातिर थे कि इन्होंने गिरफ्तारी करने आई पुलिस टीम की गाड़ी को ठोकर मार उनपर गाडी चढ़ाने तक का प्रयास किया। जिसके बाद पुलिस ने अपनी जान बचाते हुए इन तस्करों को धर दबोचा। पुलिस ने इनके विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम और जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।
8 सितम्बर 2014- मिश्रिख के जोधपुर डगरा जंगल में गोकशी की घटना को अंजाम दिया गया था। इस मामले में पुलिस अधीक्षक राजेश कृष्ण द्वारा दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने और गोकशी व पशु तस्करी के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। अभियान के दौरान पुलिस ने गोकशी की घटना के मामले में रामकोट थाना क्षेत्र के नवीन चौक के निकट से मुजीब पुत्र कय्यूम निवासी मुहल्ला कजियारा थाना कोतवाली नगर को गिरफ्तार किया।
3 सितम्बर 2013- कमलापुर थानाध्यक्ष जगदंबा सिंह ने पुलिस बल के साथ क्षेत्र के कुर्सी मोड़ पर छापा मार दिया। यहां पुलिस ने पशुओं को ले जा रहे ट्रक संख्या एचआर 55 एम1106 को पकड़ा। पुलिस ने ट्रक में सवार पशु तस्कर मुरादाबाद जिले के कुंदरकी थाना क्षेत्र के ग्राम रूपपुर निवासी नाजिम, मौजम पुत्रगण हाजी छेद्दा, कटघर थाना क्षेत्र के ग्राम करुआ निवासी निसार पुत्र रहमत अली ,भोजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम गुलाब बाड़ी बस्ती निवासी सद्दाम पुत्र नौफीक उर्फ तौफीक,फागबाड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम रन्नूपुर निवासी वसीम पुत्र सफी को गिरफ्तार कर लिया।