उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिला के शिवगढ़ थाना क्षेत्र में पिछली 18 जुलाई को हुई भाजपा मंडल उपाध्यक्ष गंगासागर पाण्डेय की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या के मामले में अभी तक नामजद 11 आरोपियों में से केवल 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर पाया है, इसमें से एक अभियुक्त ने खुद ही थाने में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया। एसपी रायबरेली सुजाता सिंह ने इस प्रकरण में छह लोगों के गिरफ्तार होने की गुरुवार को पुष्टि की है। बता दें कि इस हत्याकांड में शिथिलता बरतने के आरोप में एसपी ने हल्का दरोगा राम शब्द यादव और सिपाही हरिश्चंद्र शर्मा व महेश पाल यादव दारोगा के साथ दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया था।
पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप
गौरतलब है कि शिवगढ़ थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव के माजरा कुम्हरावां गांव निवासी गंगासागर पाण्डेय (40) कसना क्षेत्र के भाजपा मंडल उपाध्यक्ष के साथ ही सेक्टर संयोजक थे। गंगासागर पाण्डेय के चचेरे भाई विजय पांडेय पुत्र स्व. राम मिलवान पांडेय के पड़ोसी फूलचंद शुक्ल, वनियावन शुक्ल पुत्रगण स्व. देव नारायण शुक्ल से रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। इस मामले में मामले में 15 जुलाई को दोनों पक्षों में कहासुनी हुई थी, इसकी उन्होंने थाने में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। 18 जुलाई को दोपहर बाद गंगासागर शाम पांच बजे दवा लेने बाइक से घर से निकले थे। वह बाइक पर सवार होकर गांव से शिवगढ़ की ओर जा रहे थे। तभी गांव के बाहर पहले से घात लगाकर बैठे 12 हमलावरों ने उनकी कुल्हाड़ी व फरसे से काटकर निर्मम हत्या कर दी थी। हत्यारोपियों ने चचेरे भाइयों की पैरवी करने के शक में भाजपा नेता को मौत की नींद सुला दिया था। एक सप्ताह बाद भी पुलिस ने केवल 6 लोगों को गिरफ्तार कर पाया इस पर मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोपियों से मिली भगत का आरोप लगाया है।
कुल्हाड़ी और फरसे से किये थे ताबड़तोड़ वार
परिजनों का कहना है गंगासागर पाण्डेय का पड़ोस के ही सोनी शुक्ला से रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। हत्यारे एक दूसरे व्यक्ति की हत्या करना चाहते थे। लेकिन भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष गंगासागर पाण्डेय उस वक्त मौके पर पहुंच गए तो इन लोगों ने उनकी हत्या कर दी। हत्या का आरोप सोनी शुक्ला, अखिलेश, मोहित समेत 11 लोगों पर लगा है। आरोप है कि हत्यारों ने भाजपा नेता को रास्ते में रोक लिया और कुल्हाड़ियों व फरसे से गंगासागर का हाथ, दोनों पैर और गर्दन ताबड़तोड़ वार करके काट डाली थी। खून से लथपथ गंगासागर को आसपास के लोगों ने सीएचसी बछरावां पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। हत्या की सूचना पर सीएचसी में भाजपा नेताओं का जमावड़ा लग गया। सभी ने गंगासागर पांडेय की हत्या पर आक्रोश जताया था।
ये आरोपी हो चुके गिरफ्तार
एसपी सुजाता सिंह ने बताया कि भाजपा नेता गंगासागर पाण्डेय की हत्या के मामले में 11 नामजद आरोपियों में से मुख्य आरोपी लालचंद शुक्ला और अखिलेश शुक्ला को गांव के ही एक युवक के घर से गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल भी बरमाद कर लिए थे। इस घटना के बाद मोहित शुक्ला पुत्र लालचंद्र शुक्ला, शैलेन्द्र अवस्थी, अरुण कुमार शुक्ला को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं थाना प्रभारी के मुताबिक, गुरुवार को पुलिस के डर से प्रेमचंद्र शुक्ला ने आत्मसमर्पण कर दिया। एसपी ने कहा है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। किसी भी हत्यारोपी को बख्शा नहीं जायेगा, पीड़ितों को हर संभव न्याय मिलेगा।