कानपुर के थाना कोहना अंतर्गत गंगा बैराज में एक दर्दनाक हादसे से इलाके में हड़कंप मच गया. गंगा बैराज घूमने और नहाने आए 7 बच्चे डूब गए. जिसमें से एक बच्चा जैसे तैसे बच गया लेकिन 6 बच्चे डूब गए .
गंगा किनारे पड़े कपड़ों और चप्पल देख मछुआरों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुँच कर गोताखोरों की मदद से 3 शवों को खोज निकाला और बाकी की तलाश में जुटी हुई है.
लेकिन इस घटना के बाद भी पुलिस और प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुँचा.
पुलिस की सख्ती के बावजूद नहीं रुक रहे हादसे:
जिला प्रशासन और पुलिस की सख्ती के बावजूद गंगा बैराज पर होने वाले हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे. गंगा में हुए दर्दनाक हादसे ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया.
बाबूपुरवा थाना क्षेत्र से साइकिलों से सुबह गंगा बैराज घूमने आए 7 बच्चे जिनकी उम्र 10 से 13 वर्ष के बीच थी.
सभी ने गंगा बैराज पर दिन भर खूब खेला कूदा और करीब 4 बजे सभी गंगा नहाने के लिए पानी में उतरे.
गंगा में थोड़ा आगे जाने पर सभी डूबने लगे लेकिन उनमे से एक बच्चे ने हाँथ पैर चलाए तो वो बच गया बाकी 6 बच्चे गंगा में डूब गए.
उमस भरी गर्मी होने से बैराज पर भी सन्नाटा था किसी को बच्चो के डूबने की भनक भी नहीं लगी.
डूबने से बचे बच्चे ने घर पहुँच कर परिजनों को घटना के बारे में नहीं बताया.
वही मौके पर मछुआरों ने गंगा किनारे जब कपडे , चप्पल और साइकिले खड़ी देखी तो उन्होंने अनहोनी की आशंका के चलते पुलिस को सूचना दी.
मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर गंगा में बच्चो को ढूंढा तो तीन बच्चो के शव बरामद कर लिए गए | इतनी देर में डूबने से बचे बच्चे ने परिजनों को घटना बताई तो सभी बच्चो के घरो में कोहराम मच गया | सभी बच्चो के परिजन गंगा बैराज पहुँचे | तीनो बच्चो के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए और बाकी बच्चो की तलाश जारी है.