उत्तर प्रदेश के रायबरेली के हरचंदपुर रेलवे स्टेशन के पास न्यू फरक्का एक्सप्रेस रेल डीरेल हादसे में घायल 20 वर्षीय रिंकू की गुरुवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक केजीएमयू ट्रामा सेंटर में गंभीर रूप से घायल अवस्था में बुधवार को भर्ती कराया गया था। आंकड़ों पर नजर डाले तो हादसे में अब तक कुल छह लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, पांच मरीजों की हालत स्थिर बनी हुई है, इसमें पिंटू, राजू अनीता, रसिकलाल और रामविलास (पांच वर्ष) का इलाज चल रहा है।
गौरतलब हो कि बीते बुधवार सुबह 06:04 बजे हरचंदपुर रेलवे स्टेशन से दो सौ मीटर दूर न्यू फरक्का एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में इंजन और उसकी आठ बोगियां बेपटरी होकर इधर-उधर जा गिरीं। हादसे में पांच यात्रियों की मौत हो गई, जबकि करीब 42 लोग घायल हो गए। घायलों को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल के साथ लखनऊ स्थित संजय गांधी पीजीआइ और ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। घटना के पीछे रेलवे की लापरवाही सामने आ रही है। सीआरबी ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच रेल संरक्षा आयुक्त करेंगे।
14003 न्यू फरक्का एक्सप्रेस मालदा टाउन से नई दिल्ली जा रही थी। ट्रेन रायबरेली से छूटी तो हरचंदपुर स्टेशन से चार किलोमीटर पहले कॉशन के कारण लोको पायलट रामजी चौरसिया ने ट्रेन की गति को 30 किलोमीटर प्रतिघंटा कर लिया। यहां से ट्रेन स्पीड पकड़ रही थी कि ड्राइवर को हरचंदपुर स्टेशन का आउटर सिग्नल मेन लाइन पर ग्रीन मिला। मेन लाइन 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति के लिए फिट थी। लिहाजा, ड्राइवर ने स्पीड बढ़ाना शुरू किया। हरचंदपुर से करीब 200 मीटर दूर होम सिग्नल के पास प्वाइंट से गुजरते समय उसकी सेटिंग मेन की जगह लूप लाइन हो गई। इस कारण ट्रेन लूप लाइन पर दौड़ पड़ी।
यह लूप लाइन केवल 30 किलोमीटर प्रतिघंटे के लिए ही फिट थी। इस वक्त ट्रेन की स्पीड करीब 80 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। गलत पटरी पर दो सौ मीटर दौडऩे के बाद पहले इंजन उतरा फिर उसके पीछे की जनरल बोगी 90 डिग्री के कोण में पलटकर इंजन से सट गई। दो अन्य जनरल बोगी भी पटरी से उतरकर छिटक गईं। स्लीपर बोगी एस-11 और एस-10 के पहिए भी दूर जा गिरे, जबकि एस-नौ से और एस-आठ भी प्वाइंट तोड़ते हुए लूप लाइन पर आ गईं। इससे लूप लाइन की पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो गई। कुछ लोग पलट चुकी बोगी के नीचे भी दबे थे। पुलिस और राहत दल के कर्मचारियों ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी को बाहर निकाला।
रायबरेली के हरचंदपुर में हुए रेल हादसे के 26 घंटे बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। सुबह आठ बजे से लाइन नम्बर एक पर ट्रेनों का आवागमन जारी है। वहीं, हादसे में लापरवाही पर इलेक्ट्रिकल सिग्नल मेंटेनर (ईएसएम) व सिग्नल इंस्पेक्टर (एसआई) को सस्पेंड कर दिया गया है। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया कि बछरावां में सिग्नल विभाग के वरिष्ठ संभागीय अभियंता विनोद कुमार शर्मा और कुंदनगंज के इलेक्ट्रिकल सिग्नल मेंटेनर अमरनाथ को निलंबित कर दिया गया है। रायबरेली के हरचंदपुर में हुए रेल हादसे के 26 घंटे बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। सुबह आठ बजे से लाइन नम्बर एक पर ट्रेनों का आवागमन जारी है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]हादसे में छह मृतकों की हो चुकी मौत[/penci_blockquote]
➡शम्भू (25 वर्ष) पुत्र मोहन, निवास- गड़ौरा, खड़कपुर, मुंगेर, बिहार।
➡सुनीता (54) पत्नी मोहन, निवास- गड़ौरा, खड़कपुर, मुंगेर, बिहार।
➡रीता (01) पुत्री मोहन, निवास- गड़ौरा, खड़कपुर, मुंगेर, बिहार।
➡अजय कुरी (45) पुत्र घुतकानंद पुरी, निवास- भगजामरा, किसनगंज, बिहार।
➡दिनेश मांझी (7) पुत्र रसिकलाल मांझी, निवास- लक्ष्मीपुर, थाना हवेली, मुंगेर, बिहार।
➡रिंकू (20) पता अज्ञात।
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