भाजपा मंत्री अनिल विज द्वारा महात्मा गांधी पर की गयी अभद्र बयान के विरोध में लखनऊ के हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर भाजपा मंत्री अनिल विज पर थू-थू अभियान चलाया गया। इससे आगे लोग शर्मिंदा होकर आज़ादी के किसी भी सिपाही पर ऐसे बयान देने से परहेज करें।
लिखित शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
- सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप चन्द्र नें लिखित शिकायत आशियाना थाने सहित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस महानिदेशक को भी दिया परन्तु अब तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।
- बता दें हरियाणा के स्वास्थ मंत्री अनिल विज नें 14 जनवरी को राष्ट्रीय प्रतीक महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिपण्णी करते हुए कहा कि ‘महात्मा गांधी का नाम खादी से जुडनें से खादी की दुर्गति हो गई और जिस दिन से रुपये पर गांधी की तस्वीर छपनी शुरू हुई’।
- रुपये की कीमत घटनी शुरू हो गयी।
- सुप्रीम कोर्ट नें 14 मई 2015 में देविदास रामचंद्र तुल्जापुरकर बनाम महाराष्ट्र सरकार व अन्य के मुकदमें में गांधी को Historically Respected Personality बताया और Under Section 292 IPC & Prevention of Improper Use of the Emblems and Name के तहत भी ‘महात्मा गांधी पर अपमानजनक व आपत्तिजनक टिपण्णी नहीं की जा सकती’।
- उन्होंने कहा कि बहुत खेदजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन महात्मा गांधी की फोटो के नीचे बैठकर तमाम मंत्री,
- अधिकारी व पुलिस काम करती है पर कोई मंत्री महात्मा गांधी के अपमान और अभद्र टिपण्णी करे ये दुखदायी और अफ़सोस जनक भी है।
- महात्मा गांधी जो राष्ट्रीय प्रतीक में भी शामिल हैं।
- उनपर अनिल विज जो हरियाणा सरकार में स्वास्थ मंत्री भी हैं के द्वारा की टिपण्णी न सिर्फ आपत्तिजनक है अपितु सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना भी है।
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