लखनऊ : CM योगी का बयान
- शिक्षक, समाज और राष्ट्र का विधाता है , निर्माता है
- 34 शिक्षकों को आज सरकार सम्मानित कर रही है
- हम अगर स्वकेन्द्रित होंगे तो आने वाली पीढ़ी भुला देगी
- शिक्षा विभूतियों से आह्वान यूपी को अगर देश का नेतृत्व करना है तो शिक्षा व्यवस्था बेहतर करनी होगी
- बहुत कम लोग स्वेच्छा से अपनी सेवाओं को समाज को देते हैं
- ऐसे लोग आज कल मिलना दुर्लभ ही हो गए हैं
- आज हमारे पास शिक्षित बेरोजगारों की बड़ी संख्या है
- अगर हम योग्य शिक्षक नहीं दे पा रहे तो ये कमी सरकार की नहीं है
- आज 97 हज़ार शिक्षकों की जगह खाली है
- कुछ लोग आज सिर मुड़वा रहे हैं कि उनको बिना प्रतियोगिता उनको भर्ती कर लिया जाए
- अनुशाषित समाज ही उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सकता है
- सहायक अध्यापकों की भर्ती में अधिक आवेदन आए लेकिन पूरी सीट नही भर पाई , कहीं न कही योग्यता की कमी है
- आज लोग सिर मुड़वा रहे है वो चाहते है कि बिना प्रतियोगिता में बैठे उनको नौकरी मिल जाये
- हमारे पास बेरोजगारों की लंबी फौज खड़ी है
- 42 हजार कांस्टेबल भर्ती के लिए 22 लाख आवेदन आये
- 68500 बेसिक शिक्षा के लिए 1 लाख 5 हजार आवेदन आये और उसमें से सिर्फ 41056 लोग पास हुए
- दुनिया की शिक्षा रैंकिंग में भारत का कोई विश्वविद्यालय नहीं
- शिक्षा का क्षेत्र बहुत वृहद है, इस दिशा में एक सार्थक पहल किये जाने की ज़रूरत
- एक समय था शिक्षक स्कूल नहीं जाते थे, प्रॉक्सी टीचर रखे गए थे , मास्टर साहब ठेकेदारी करते थे
- शिक्षकों से अपील आप सब जहां पढ़ाते हैं वहीं अपने बच्चे को भी पढ़ाएं
- समाज के लिए ये अच्छा उदाहरण होगा
- आज एक पढ़ा लिखा नौजवान सबसे ज़्यादा असहाय दिखता है
- स्वच्छ समाज सशक्त राज्य का निर्माण कर सकता है
- शिक्षक खुद माध्यमिक और बेसिक स्कूलों में पढ़ाते है और अपने बच्चो को पढ़ाने के लिए कान्वेंट में भेजते है
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