फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह पटेल की जीत पर चहुंओर खुशी की लहर दौड़ गई है। प्रदेश पार्टी कार्यालय से लेकर क्षेत्रीय पार्टी कार्यालय तक जश्न का माहौल है। जगह-जगह पटाखे व ढ़ोल नगाड़े बजाकर कार्यकर्ता अपनी खुशी का इजहार कर रहे है। वहीं भाजपा के इस करारी हार से बीजेपी कार्यकर्ता सकते में आ गए हैं। बता दें कि सपा प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह पटेल ने भाजपा प्रत्याशी को 59613 वोटों से मात दे दी है। सपा को 342796, बीजेपी को 283183, अतीक अहमद को 48087, कांग्रेस को 19334 वोट मिले हैं। 32 राउंड चले मतगणना के शुरूआती दौरे में भाजपा प्रत्याशी आगे रहे। धीरे-धीरे सपा प्रत्याशी अपनी बढ़त बनानी शुरू की और लगातार आगे बढ़ते रहें।

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भाजपा के लोग इस हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल 19 मार्च को पूरा हो रहा है। जिसकी तैयारी जोरों-शोरों से चल रही थी, लेकिन फूलपुर उपचुनाव में सपा से मिली करारी हार से भाजपा के लोग समझ ही नहीं पा रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि फूलपुर में करारी हार मिली। भाजपा के लोग इस हार का समीक्षा करने में जुटे हुए है। इस दौरान कई नेताओं ने नरेश अग्रवाल को भाजपा के लिए अशुभ बताया है।

निर्दलीय प्रत्याशी अतीक अहमद रहे काफी पीछे

बता दें कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अतीक अहमद भी मैदान में उतरे थे, लेकिन जनता ने उन्हें सिरे से नकार दिया। हालांकि उनका वोट कांग्रेस के प्रत्याशी से कहीं ज्यादा था। आंकड़ों पर गौर करें तो साफ तौर पर देखा जा सकता है कि भाजपा और सपा प्रत्याशी के बीच 32 राउंड के मतगणना में कांटे की टक्कर चलती रही है।

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