समाजवादी पार्टी से अलग होकर शिवपाल यादव ने सेक्युलर मोर्चा बनाकर अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है। शिवपाल यादव का कहना है कि सपा के असंतुष्ट और हाशिये पर कर दिए गए नेताओं के लिए ये सेक्युलर मोर्चा बनाया गया है। शिवपाल यादव ने अपने सेक्युलर मोर्चे में सपा सहित कई दलों के नेताओं को ज्वाइन कराना शुरू भी कर दिया है। इसी क्रम में शिवपाल ने आज लखनऊ में मुलायम सिंह यादव के सबसे करीबी से मुलाकात की और उन्हें सेक्युलर मोर्चा में शामिल होने का ऑफर दिया है।
भगवती सिंह से मिले शिवपाल :
समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के गठन के बाद शिवपाल सिंह यादव काफी एक्टिव मोड में आ गए हैं। इसी क्रम में शिवपाल ने मुलायम सिंह यादव के खास और पूर्व राज्यसभा सांसद-विधायक भगवती सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की। शिवपाल ने इस दौरान भगवती सिंह को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का झंडा देकर उनका आशीर्वाद लिया। इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में अब यह कयास लगाया जाने लगा है कि देर सबेर भगवती सिंह शिवपाल यादव के सेक्युलर मोर्चा में शामिल हो सकते हैं। शिवपाल ने भगवती सिंह से मुलाकात कर बड़ा दांव खेला है। शिवपाल की नजरें सपा के उन नेताओं पर है जिन्हें अखिलेश ने हासिए पर ला दिया है।
मुलायम को दिया है मोर्चे से लड़ने का ऑफर :
शिवपाल यादव ने कहा था कि समाजवादी पार्टी में जिन्हें सम्मान नहीं मिला है, उन्हें वे सेक्युलर मोर्चे में सम्मान देंगे। उन्होंने मुलायम सिंह यादव को भी मोर्चा का अध्यक्ष बनने और मैनपुरी से मोर्चा की ओर से लोकसभा का चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था। समाजवादी पार्टी में दो सालों से हासिए पर रहने के बाद शिवपाल ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन किया है। अब वे संगठन पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी 80 सीटों पर मोर्चा के उम्मीदवार खड़ा करने का ऐलान किया है।