कर्नाटक विधानसभा चुनावों के बाद से चल आहे सियासी नाटक का आखिरकार अन्त हो चुका है। अब सभी की नजर यूपी की कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव पर लगी हुई है। कैराना से सपा ने रालोद के सिम्बल पर तबस्सुम हसन को उतारा है तो वहीँ नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में सपा ने नईमुल हसन को प्रत्याशी बनाया है। अब सपा ने अपने एक दिग्गज पूर्व मंत्री को नूरपुर चुनाव में प्रभारी बनाया है जिसके बाद सपा में नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
नूरपुर उपचुनाव लड़ेगी सपा :
लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की बैठक के बाद कैराना और नूरपुर उपचुनावों में विपक्ष के प्रत्याशी के नामों का फैसला हो गया है। कैराना लोकसभा सीट सपा ने रालोद को देते हुए अपना प्रत्याशी खड़ा किया है। यहाँ से सपा की तबस्सुम हसन रालोद कैंडिडेट के तौर पर अपना नामांकन करेंगी। इसके अलावा नूरपुर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी उपचुनाव लड़ेगी। यहाँ से समाजवादी पार्टी के नईमुल हसन प्रत्याशी होंगे। इस तरह उपचुनावों के लिए सपा-आरएलडी के बीच महागठबंधन तय हो गया है। कैराना में जहाँ भाजपा ने मृगांका सिंह को उतारा है तो वहीँ नूरपुर से अवनी सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है।
ये भी पढ़ें: CM योगी ने देर रात किया बनारस की 5 परियोजनाओं का तूफानी दौरा
पूर्व मंत्री को बनाया प्रत्याशी :
नूरपुर विधानसभा पर होने वाले उपचुनावों के लिए समाजवादी पार्टी ने तैयारियाँ शुरू कर दी है। सपा ने प्रचार करने वाले स्टार नेताओं के सूची जारी कर दी है। इस सूची में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साथ ही शिवपाल यादव को जगह नहीं दी गयी है। इसके अलावा सपा सरकार में मंत्री रहे को अखिलेश यादव ने बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। अखिलेश यादव ने अपने विश्वस्त जौनपुर जिले की शाहगंज से विधायक शैलेंद्र यादव उर्फ़ ललई को नूरपुर उपचुनाव में प्रभारी बनाया गया है। यह जानकारी सपा से जुड़े लोगों द्वारा मिली है। अखिलेश यादव द्वारा जिम्मेदारी मिलने पर ललई यादव का कहना है कि समाजवादी पार्टी के लिए वह प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोक देंगे।