समाजवादी पार्टी में बाह से विधायक अरिदमन सिंह ने आखिरकार पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। यूपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने अरिदमन सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलाई। अरिदमन सिंह के साथ उनकी पत्नी रानी पक्षालिका को भी मौर्या ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसी के साथ सपा को आज दूसरा बड़ा झटका लगा है। इससे पहले सपा के अशोक प्रधान भी शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो चुके हैँ।
राजा अरिदमन सिंह ने थामा भाजपा का हाथ :
- सपा अपनी आंतरिक कलह से जूझ रही है।
- यूपी विधानसभा चुनाव में अब एक महीने से भी कम समय बचा हुआ है।
- इस बीच सपा के दो नेताओं ने पार्टी का दमन छोड़ दिया।
- शनिवार को सपा विधायक और पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया है।
- सदस्यता कार्यक्रम यूपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या की अध्यक्षता में हुई।
- वहीं शुक्रवार को पहले ही सपा के राष्ट्रीय महासचिव भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
भाजपा छोड़ने के पीछे कारण :
- अरिदमन सिंह ने 2012 में विस चुनाव के दौरान सपा पार्टी का दामन थामा था।
- वह सपा के आगरा जिले से एकलौते विधायक बने थे।
- इसके बाद उन्हें सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया।
- लेकिन अचानक उनसे बिना कुछ बताएं उनका परिवहन मंत्रालय उनसे छीन लिया गया।
- इसके बाद उन्हें स्टाम्प एंव पंजीयन विभाग दिया गया।
- लेकिन इसे भी उनसे छीनते हुए मंत्रीपद से उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
- इसी के बाद से अरिदमन सिंह सपा पार्टी छोड़ने के मूड में आ गए।
- उनके इस मूड को भापते हुए सपा ने उन्हें मनाने के इरादे से आगरा की बाह सीट से 2017 में भी विस प्रत्याशी बनाया।
- लेकिन अपनी बेइज्जती से तिलमिलाए बैठे अरिदमन सिंह ने सही मौके का इंतजार करते हुए,
- शनिवार को आखिरकार बीजेपी ज्वाइंन कर अखिलेश सरकार को करारा जवाब दे दिया।
- बीजेपी में वह अकेले नहीं बल्कि अपनी पत्नी रानी पक्षालिका भी के साथ शामिल हुए।
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