उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में हारने के बाद समाजवादी पार्टी की सत्ता से विदाई हो गयी है और वो विपक्ष में आकर बैठ गयी है। विपक्ष में आने के बाद सपा ने योगी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलना शुरू कर दिया है। कानून व्यवस्था से लेकर कई अन्य मुद्दों पर समाजवादी पार्टी भाजपा सरकार पर आक्रामक बनी हुई है। इसी क्रम में अब समाजवादी पार्टी के एक विधायक और एमएलसी ने योगी सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान कर दिया है जिसके बाद हड़कंप मच गया है।
धरने पर बैठे सपा विधायक :
बीते दिनों अमेठी के टंडवा गांव में 15 जनवरी को दलित ग्राम प्रधान की हत्या कर दी गयी थी। दलित ग्राम प्रधान की हत्या का ये मामला अब लगातार तूल पकड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। ग्राम प्रधान की हत्या पर पीड़ित परिवार द्वारा प्रशासन से परिवार 5 सूत्रीय मांगे की गयी थी। परिवार ने अमेठी प्रशासन से 5 मांगे की थीं. इसमें मृतक की पत्नी को नौकरी, शस्त्र लाइसेंस, पांच बीघा जमीन, पच्चीस लाख रुपए और एक घर की मांग की थी मगर स्थानीय प्रशासन ने परिवार की कोई मांग नहीं मणीमानी जिसके बाद स्थानीय विधायक राकेश प्रताप सिंह और एमएलसी शैलेन्द्र प्रताप सिंह धरने पर बैठ गए। दोनों सपा नेताओं ने अमेठी कलेक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान किया है। इस खबर के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
योगी सरकार पर बोला हमला :
सपा विधायक ने इस घटना पर कहा कि अमेठी में दलित युवा ग्राम प्रधान की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। मगर प्रशासन से कोई अधिकारी पीड़ित के साथ दुःख की घड़ी में नहीं पहुंचा था। सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ये सरकार गूंगी और बहरी हो गई है। हमारी पीड़ित परिवार के प्रति जिम्मेदारी है कि उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करें। अब सरकार से सीधी लड़ाई सदन में की जायेगी।