उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। सपा की गाजीपुर सीट से विधायक व मंत्री विजय मिश्रा ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देकर बसपा ज्वाइंन कर ली है। साथ ही विजय मिश्रा ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
पूर्वांचल से होगा ‘सपा’ का सफाया
- सपा नेता विजय मिश्रा को बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने पार्टी की सदस्या दिलाई।
- इस दौरान विजय मिश्रा ने कहा कि पूर्वांचल से सपा का सफाया होना तय है।
- इसका असलियत 11 मार्च को सबके सामने आ जाऐगी।
- उन्होंने कहा कि अखिलेश ने पिछले 5 सालों में ब्राम्हण समाज को सम्मान तक नहीं रखा।
- उन्होंने कहा कि 5 साल में अखिलेश ने ब्राम्हण नेताओं को कोई अहम पद नहीं दिया।
- उन्होंने कहा कि मेरा भी विभाग बदलकर उन्होंने मुझे बेइज्ज़त करने का काम किया।
- विजय मिश्रा ने कहा कि हमने पूर्वांचल में जमीनी स्तर पर काम किया है।
- लेकिन अखिलेश यादव के इसको अहमियत नहीं दी।
- उन्होंने बताया कि मैंने सपा के मंत्री पद और पार्टी की सदस्या से इस्तीफा दे दिया है।
सपा में संवादहीनता
- विजय मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सपा संवादहीनता का माहौल बना हुआ है।
- उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने जिन नेताओं को पद से बर्खास्त किया, उनकी कमी भी नहीं बताई गई।
- उनके इस तरह के फैसले से काफी नेता खफा हैं।
- उन्होंने कहा कि सपा में जितने मंत्री बर्खास्त किये गए उतने दुनिया में किसी ने नहीं किये होंगे।
इसलिए छोड़ी सपा
- विजय मिश्रा ने कहा कि अखिलेश के शासन में सम्मान नहीं मिल रहा था।
- टिकट को लेकर वह लगातार बात टालते रहें, इससे अच्छा था कि वह स्पष्ट बता देंते।
- उन्होंने कहा कि मिलते नहीं बल्कि दरवाजा बंद कर बैठे रहते थे।
बसपा को जिताएं
- विजय मिश्रा ने बसपा ज्वाइंन करते ही सपा पर जमकर निशाना साधा।
- उन्होंने कहा कि वह बसपा में सिर्फ टिकट के लिए नहीं बल्कि सम्मान के लिए शामिल हुए हैं।
- विजय मिश्रा ने ब्राह्मण समाज में अपनी मजबूत पकड़ का दावा किया।
- साथ ही अपील की, मायावती के हाथों को मजबूत करें और उनकी सरकार बनाएं।
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