उत्तर प्रदेश के कासगंज जिला में तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा के दौरान हिंसा में चंदन अभिषेक पुत्र सुशील गुप्ता निवासी साहब वाला पेच की हत्या के मामले में शनिवार को मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। परिजन पहले तो अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं थे लेकिन कड़ी सुरक्षा के बीच जब स्थानीय सांसद ने सीएम योगी से परिजनों की बात करवाई इसके बाद मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। इस हिंसा पर अब राजनीति होनी शुरू हो गयी है। समाजवादी पार्टी के एमएलसी शशांक यादव ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दे दिया है।
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चार जिलों की पुलिस फिर भी हालत पर कंट्रोल
युवक के अंतिम संस्कार के बाद कासगंज में जैसे ही धारा 144 हटाई गई वैसे ही फिर से हिंसा भड़क गई। यहां मथुरा-बरेली हाइवे पर उपद्रवियों ने कई रोडवेज की बसों और ट्रकों में आग लगा दी। बताया जा रहा है कि उपद्रवी पेट्रोल बम लेकर घूम रहे हैं। पेट्रोल बम से ही आगजनी की गई। उपद्रवियों ने सड़क पर वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की। लोगों में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश है। लेकिन कासगंज के जिलाधिकारी और एसपी जिले में कानून-व्यवस्था को कायम करने में नाकाम साबित हो रहा है। कासगंज में इस समय मथुरा, अलीगढ, हाथरस, एटा, जिला की पुलिस और आरएएफ, सीआरपीएफ, पीएसी भी तैनात है लेकिन स्थिति पर कंट्रोल नहीं हो रहा है।
सपा एमएलसी ने दिया बयान :
ख़बरों के मुताबिक पुलिस ने करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं इस हिंसक घटना में एक 17 साल का लड़का और एक 48 वर्षीय व्यक्ति के लापता होने की खबर है। कासगंज दंगे के मामले में लखीमपुर सपा एमएलसी शशांक यादव ने बयान देते हुए बताया कि तिरंगा यात्रा निकाल कर माहौल खराब किया गया, मुझे तो लगता है तिरंगा यात्रा में हुए बवाल में युवक की हत्या कराई गई होगी।