उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। यहां एसपी अब्दुल हमीद और प्रतिसार निरीक्षक पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस लाइन में मेंटेनेन्स का गुपचुप तरीके से काम दे दिया।

  • एसपी और प्रतिसार निरीक्षक द्वारा पैसे के बंदरबांट के चक्कर में अल्पसंख्यक ठेकेदार ने मुख्यमंत्री को दिया शिकायती पत्र दिया है।
  • शिकायत मिलने के बाद आईजी जोन ने डीआईजी रेंज को जांच के आदेश दिए हैं।

सीएम को कुछ ऐसा दिया गया शिकायती पत्र

मुख्यमंत्री को दिए गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि ‘पीड़ित पुलिस विभाग में अमानी पद्धति से कार्य कराता चला आ रहा है। प्रतिसार निरीक्षक राजबीर सिंह गौड द्वारा पीड़ित से 11 लाख का कार्य करवाया गया था जिसमें एक लाख कमीशन पीड़ित से जबरजस्ती ले चुके हैं।

वर्तमान वित्तीय वर्ष में पुलिस अधीक्षक द्वारा आमानी पद्धति से कार्य कराये जाने हेतु पत्रांक संख्या भ-1 से लेकर भ-8 तक दिनांक 4 मार्च 2017 को आदेश दिया। उसके उपरांत पीड़ित ने तत्काल कार्य को प्रारम्भ कर दिया प्रतिसार निरीक्षक राजबीर सिंह गौड के द्वारा 3 लाख रूपये नगद मांग की गयी।

पीड़ित के मना करने पर प्रतिशार निरीक्षक द्वारा पुलिस अधीक्षक महोदय को गुमराह करके एक आदेश उक्त दिये गये कार्यों को निरस्त करने का मुझे 8-03-2017 को दिया गया। इस सम्बन्ध में पीड़ित ने आरआई रायबरेली से बात किया कि आप ने ऐसा आदेश क्यों कराया तो उन्होने कहां कि मैने तुमसे 3 लाख रूपयें कि मांग की थी।

आप के द्वारा न दी जाने पर मैने दिये गये कार्यों को निरस्त करा दिया है। तुम्हें जो करना हो कर लो तुम हमारा कुछ बिगाड़ नहीं पाओगे। पीड़ित ने मांग की है कि उपरोक्त प्रकरण की जांच तत्काल किसी उच्च अधिकारी से कराकर उक्त प्रतिशार निरीक्षक रायबरेली के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही की जाये।’

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