प्रदेश सरकार के पशुपालन, लघु सिंचाई एवं मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री एसपी सिंह बघेल ने मां विंध्यवासिनी का विधि विधान से पूजन किया। इसके पश्चात एक होटल में मीडिया से बात करते सपा-बसपा के बाद भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित होने पर कहा कि क्षेत्रीय पार्टियों की सोच छोटी होती है एवं एक व्यक्ति की तानाशाही चलती है। छोटे पार्टियों में टिकट के लिए मुआवजा देना पड़ता है और भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय सोच वाली पार्टी है, भाजपा जनहित की योजनाओं पर काम करता है एवं सबका साथ सबका विकास की बात करता है।
भाजपा व्यापक दृष्टिकोण वाली पार्टी
भाजपा व्यापक दृष्टिकोण वाली पार्टी है भाजपा में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आजादी है। भूगर्भ के गिरते जल स्तर पर कहा कि गिरता हुआ जल स्तर राज्य की बड़ी समस्या है जो कि प्राकृतिक कारण और ग्लोबल वार्मिंग के कारण बढ़ती जा रही है। इसके लिए सरकार चिंतित है और आगे आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। विंध्याचल में कर्णावती नदी के पास टीम को सर्वे के लिए भेजा गया है और सर्वे के बाद दो चेकडैम बनाए जाएंगे। पीने के पानी की समस्या बढ़ती जा रही है और गंगा के किनारे यह समस्या गंभीर है।
कहा कि जिले में PWD से रिपोर्ट मांगी जा रही है। PWD की रिपोर्ट के बाद नए पशु चिकित्सालय का निर्माण कराया जाएगा। चुनार में पशु चिकित्सालय के लिए 40 लाख 28 हजार रिलीज कर दिया गया है। बहुत जल्द काम शुरू किया जाएगा और मंडल स्तर पर पालीक्लिनिक भी बनाने की योजना चल रही है जिसे 7 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। जिस पालीक्लिनिक के अंतर्गत गायनो, आर्थोपेडिक सर्जन एवं स्पेशलिस्ट डॉक्टर रहेंगे।
प्रदेश में है दो करोड़ गोवंश
आवारा पशुओं की समस्या पर बताया कि लगभग दो करोड़ गोवंश प्रदेश में है और जिसमें 50% बैल है जो कि अनुपयोगी है और हर वर्ष करीब 40 लाख बैल जन्म ले रहे हैं। जो गंभीर समस्या है इसलिए सरकार ने सेक्स साल्टेड सिमन्स की व्यवस्था कर रही है जो एक कृत्रिम गर्भाधान के द्वारा एक ऐसी तकनीकी का प्रयोग किया जाएगा जिसके अंतर्गत अच्छे नस्ल के मादा गाय ही जन्म ले सकें।
इटावा ,लखीमपुर खीरी में 342 गायों के ऊपर परीक्षण किया गया जिनमें से लगभग 92% गाय ने मादा गाय को जन्म दिया। यह तकनीक बहुत जल्द ही प्रदेश में उपलब्ध होगी। इसके लिए बजट की मांग की जा रही है इसके लिए प्रतिवर्ष 12 सौ करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
सरकारी योजना पर कहा कि जिन राज्यों में उन्नत किस्म के पशुपालन किए जाते हैं वहां लोग आत्महत्याएं नहीं करते। बताया कि मछली पालन को नीली क्रांति कहा जाता है। जिन जगहों पर मछली पालन, सूअर पालन ,मधुमक्खी पालन ,जैविक खेती, स्प्रिंकल सिंचाई की जाती है वहां आय दोगुनी होती है। कहा कि सरकार की तमाम योजनाएं एवं अनुदान की व्यवस्था है।
मुर्गी पालन के लिए 1 करोड़ रुपए अनुदान देगी सरकार
मुर्गी पालन के अंतर्गत 1 करोड़ रुपए अनुदान के रूप में सरकार दे रही है। स्प्रिंकल सिंचाई से 40 परसेंट तक पानी बचाया जा सकता है एवं युवा लोग नीली क्रांति के अंतर्गत मछली पालन का प्रोजेक्ट लगा सकते हैं जो कि 5 बीघे में किया जा सकता है। जिसके अंतर्गत पुरुष को 40% और महिला को 50% का अनुदान सरकार की तरफ से दिया जाता है जिनमें कम से कम 24 लाख रूपय की इनकम सालाना होती है इसी प्रकार पोट्री फार्म भी खोला जा सकता है।
कृषि राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई तरह से प्रयास कर रही है। सरकारी योजनाओं के साथ किसानों को फर्टिलाइजर के उपयोग करने से होने वाले दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक कर रही है।