समाजवादी पार्टी में चल रही कलह इन दिनों कुछ कम होती हुई दिखाई दे रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमेशा आक्रामक बने रहने वाले शिवपाल यादव इन दिनों भतीजे अखिलेश के लिए काफी नर्म रुख अपनाए हैं। राज्यसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी मगर उसके समर्थित बसपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था। मगर इसके बिलकुल बाद हुए एक चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को भारी जीत हासिल हुई है।
सहकारिता चुनाव में मिली जीत :
इटावा में हुए सहकारी समिति ऊसराहार में 9 संचालकों के हुए चुनाव में सपा समर्थित प्रत्याशियों ने विजय हासिल की है। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी की प्रतिष्ठा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सभी विजयी प्रत्याशियों को बधाई देने खुद सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ऊसराहार पहुंचे थे। चुनाव में भाजपा समर्थित सभी प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा है। किसान सेवा सहकारी समिति ऊसराहार के संचालकों के चुनाव का मतदान सुबह नौ बजे शुरू कराया गया। एसडीएम ताखा घनश्याम वर्मा एवं सीओ विकास जायसवाल लगातार भ्रमण करते रहे। तीन बजे के बाद मतों की गिनती पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच की गई।
ये भी पढ़ें: सरकार के उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच पहुंचे लक्ष्मीकान्त वाजपेयी
भारी मात्रा में पुलिस बल रहा मौजूद :
इटावा के सहकारी समिति के चुनाव में लेखपाल अनिल यादव, सचिव राकेश यादव, थानाध्यक्ष ऊसराहार सतीश राठौर, थानाध्यक्ष भरथना जेपी यादव, थानाध्यक्ष लवेदी अनिल कुमार सहित भारी मात्रा में पुलिस फोर्स मौजूद रहा था। कदमपुर वार्ड से रमेश चंद्र, कुईता से नाथूराम, खरगपुर सरैया से पुष्पा देवी, पुरैला से सुशीला देवी, बछरोही से रूपेंद्र कुमार, बम्हनीपुर से संजीव कुमार यादव, रम्मपुरा पचार से ब्रजेश कुमार, रूद्रपुर चमरपुर से गुलाब सिंह, सरसईनावर से निजाम वारिश ने विजय हासिल की है।