समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनावों को देखते हुए तैयारी करना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ चुनावी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा सपा में नेताओं को अखिलेश यादव ने जिम्मेदारियां देना भी शुरू कर दिया है। इस बीच पश्चिम यूपी के गाजियाबाद में अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगा है। यहाँ पर समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता ने गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है जिसके बाद उनके शिवपाल यादव के सेक्युलर मोर्चा में जानी की ख़बरें तेज हो गयी हैं।
सपा नेता ने दिया इस्तीफ़ा :
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में समाजवादी पार्टी के नगराध्यक्ष सहित समस्त पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष व जिला महामंत्री पर कार्यकर्ताओं का अपमान व शोषण करने का आरोप लगाते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को अपना सामूहिक इस्तीफा भेज दिया है। सपा नगराध्यक्ष ने बताया कि पार्टी के जिलाध्यक्ष व महामंत्री पिछले काफी समय से कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रहे थे। शिवपाल यादव के अलग मोर्चा बनाने के बाद जहाँ अखिलेश सपा को संगठित करने पर लगे हुए हैं तो वहीँ सपा नगराध्यक्ष के इस्तीफे से पार्टी को कहीं न कहीं लोकसभा चुनावों में नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बैठक के बाद दिया सामूहिक इस्तीफा :
गाजियाबाद के बीबीनगर में समाजवादी पार्टी के नगराध्यक्ष चेतन राठी के आवास पर कार्यकर्ताओं की मीटिंग का आयोजन किया गया था। इसमें चेतन राठी ने जिलाध्यक्ष हामिद अली व महामंत्री पर अपमान व शोषण करने का आरोप लगाया और सभी पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का प्रस्ताव पास किया। पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष सहित प्रदेश अध्यक्ष को अपने-अपने पदों से सामूहिक रूप से इस्तीफा भेजा है। इस्तीफा देने वालों में नगराध्यक्ष चेतन राठी, महामंत्री अबरार अहमद, उपाध्यक्ष अलीहसन खां, कोषाध्यक्ष निशांत जैमिनी, सचिव अमजद अंसारी, मयंक भार्गव, सतबीर सिंह, सदस्य ब्रह्मपाल चौहान, अलीम खां, हसमुद्दीन खां तथा अल्पसंख्यक सभा के नगराध्यक्ष फिरोज खान शामिल रहे।
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