उत्तर प्रदेश के एटा जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की तादाद बढ़कर 33 हो गयी है। जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। मृतकों के परिजन इस पूरे प्रकरण में बेबस रहें, परिजनों के पास अपनों का अंतिम संस्कार करने के लिए पैसा तक नही था, जिसके बाद पीड़ितों की मांग पर एटा नगर पालिका ने 35 हजार रुपये तो दे दिए, लेकिन सरकार की तरफ से मिलने वाली मुआवजें की राशि अभी तक इनको नही मिल पायी है।
- इस बीच, मैनपुरी पुलिस ने सोमवार शाम मुखबिर की सूचना पर जहरीली शराबकांड के आरोपी अनिल को गिरफ्तार कर लिया है।
- गहन पूछताछ में 19 वर्षीय अनिल ने बताया कि वह कच्ची शराब का छोटा धंधा करता है।
- अनिल ने पुलिस को बताया कि वह 25-30 लीटर कच्ची शराब खरीद कर गांव के परिचितों को एक-दो लीटर शराब बेचता है।
- हालांकि उसने एटा शराब कांड के मुख्य आरोपी को पहचानने से इंकार कर दिया, उसने बताया कि वह श्रीपाल को नहीं जानता।
- पुलिस एटा शराबकांड के मुख्य आरोपी श्रीपाल पुत्र जगन्नाथ को नयागांव क्षेत्र से पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, और श्रीपाल की निशानदेही पर ही अनिल को पकड़ा गया है।
- इससे पहले, इस मामले में अलीगंज थाना में प्रभारी मुकेश कुमार सहित कुल सात पुलिसकर्मियों को निलम्बित किया गया है।
- मामले की गंभीरता को देखते हुए एटा के जिला आबकारी अधिकारी, आबकारी निरीक्षक एवं आबकारी सिपाही को भी निलंबित किया गया था।
नहीं है अंतिम संस्कार करने तक के पैसेः
- वहीं, पीड़ीत परिवार ने जिला प्रशासन के सामने मृतकों के अंतिम संस्कार करने के लिए पैसा ना होने की बात कही।
- आनन-फनन में नगर पालिका चेयरमैन की तरफ से पीड़ित परिवारों को 35 हजार की राशि तत्काल उपलब्ध कर दी गई।
- इसके बाद समाजसेवियों की मदद से मृतकों का अतिंम संस्कार किया गया।
- इस घटना के बाद बाद पूरे इलाके में कोहराम मच गया है। 47 बीमार लोगो का इलाज सैफाई के अस्पताल में चल रहा है।