बिना रजिस्ट्रेशन अवैध रुप से चल रहे नगराम के प्रिंस पॉलीक्लीनिक व बीकेटी एसआरएल हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया। इसके साथ ही प्रिंस पॉलीक्लीनिक के संचालक डॉ. हरिश्चंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है।
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एसआरएल हॉस्पिटल सील
- सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर के आउटर एरिया में चल रहे निजी अस्पतालों पर छापेमारी की।
- इसमें एसआरएल हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर को जांच के बाद सील कर दिया गया।
- वहीं, बीके मेमोरियल आईमैक्स हॉस्पिटल समेत सात अन्य अस्पतालों पर भी टीम की नज़र है।
- इन सभी को अपना रजिस्ट्रेशन दिखाने के लिए मंगलवार दोपहर 12 बजे तक का टाइम दिया है।
- इसके बाद भी यदि ये अस्पताल अपना रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा पाए तो इन अस्पतालों को भी सील कर दिया जाएगा।
- एसीएमओ डॉ डीके बाजपेई ने बताया कि दोपहर बाद 3:30 टीम बीकेटी के एसआरएन हॉस्पिटल पहुंची।
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- यहां चार मरीज भर्ती थे, इनमें से तीन प्रसूताओं का सिजेरियन प्रसव कराया गया था।
- सभी से 30,000 से अधिक रकम वसूली गयी थी।
- इलाज के नाम पर एक वार्ड ब्वॉय और दो स्टाफ नर्स मिलीं थीं जो कि नर्सिंग की छात्रा थीं।
- अस्पताल एक महीने पहले ही शुरू किया गया था और वार्ड ब्वॉय को सोमवार को ही रखा गया था।
- मरीजों को 2015 व 2016 की एक्सपायरी दवाएं दी जा रही थीं।
नहीं दिखा पाए रजिस्ट्रेशन
- मोहनलालगंज सीएचसी प्रभारी डॉ. राजेश सिंह निगोहां में डॉ. हरिश्चंद्र क्लीनिक पहुंचे।
- पता चला कि डॉ. हरिश्चंद्र ने अब दूसरी जगह प्रिंस पॉलीक्लीनिक के नाम से क्लीनिक खोली है।
- टीम को डॉ. हरिश्चंद्र ने बताया कि क्लीनिक डॉ. विजय सिंह की है।
- जब डॉ. विजय का फोन नंबर और क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन मांगा गया तो देने से मना कर दिया।
- यहां पर छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में एलोपैथिक और आयुर्वेदिक दवाएं भी मिलीं।
- इस पर टीम ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में क्लीनिक सील कर डॉ. हरिश्चंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी।
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- वहीं, एसीएमओ डॉ. अनूप श्रीवास्तव के प्रीतिनगर के प्रभात हॉस्पिटल एवं जच्चा-बच्चा केंद्र में कोई मौजूद नहीं मिला।
- यहाँ न तो डॉक्टर थे और न ही पैरामेडिकल स्टाफ ही मौजूद था।
- टीम ने अस्पताल पर ताला डालकर चाबी अस्पताल संचालक को दे दी।
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