राजधानी के गोसाईगंज थाना क्षेत्र में स्थित जिला कारागार में उस समय हड़कंप मच गया जब एसएसपी दीपक कुमार और उप जिलाधिकारी ने लखनऊ जिला जेल में छापा मार औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों के जेल पहुंचते ही जेल अधिकारियों के हाथपांव फूल गए। तलाशी के दौरान कैदियों की बैरकों में कई तरह की आपत्तिजनक चीजें मिलीं। साथ ही मोबाईल फोन और चार्जर देख एसएसपी भड़क गए। उन्होंने जेल अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई है। छापेमारी के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
जेल प्रशासन की लापरवाही की खुली पोल (लखनऊ जिला जेल में छापा)
- सुरक्षा लिहाज और शिकायतों के चलते एडीएम व एसपी दीपक कुमार ने लखनऊ जेल का बुधवार सुबह करीब 11:00 बजे औचक निरीक्षण किया।
- अधिकारियों ने करागार में अपने लाउलस्कर के साथ अचानक छापामारी की।
- अचानक हुई छापेमारी ने जेल प्रशासन की लापरवाही की पोल खोलकर रख दी।
- तकरीबन दो घंटे तक अफसरों ने सघन चेकिंग अभियान जेल के भीतर चलाया।
- इस दौरान विभिन्न बैरकों की तलाशी ली गयी।
- सूत्रों के अनुसार अफसरों को जमीन में दबे हुये और खूंटी पर टंगे सामान से मोबाइल,
- चार्जर और ईयर फोन भी बरामद हुये।
- इसके साथ ही साथ पुलिस को एक कागज पर लिखे कुछ मोबाइल नंबर भी मिले हैं।
- जिन्हें पुलिस ने जप्त कर लिया हालांकि जेल में मोबाइल मिलना प्रशासन की मिली भगत की तरफ इशारा करता है।
- अधिकारियों ने जेल प्रशासन से पूछा है कि यह मोबाईल, गांजा, चरस, बीड़ी, सिगरेट और पानमसाला जेल के अंदर कैसे पहुंचे?
क्या कहते हैं जिम्मेदार
- इस संबंध में उपजिलाधिकारी ने बताया कि जेल में लगभग सभी बैरकों को चेक किया गया है।
- इसमें हॉस्पिटल, मेस और साफ-सफाई की भी व्यवस्था जांची गई है।
- तलाशी के दौरान हाई सिक्योरिटी बैरकों को भी चेक किया गया है।
- इसके साथ ही बाकी व्यवस्थाएं जेल की कैसी हैं यह भी चेकिंग की गई है।
- डीएम ने बताया कि जेल में जैमर, सीसीटीवी भी चेक किये गए हैं।
- वहीं एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि संदिग्ध मिली वस्तुओं के विषय में जांच की जा रही है।
- यह भी जांच का विषय है कि जेल गेट से लेकर अंदर तक कई जगह चेकिंग होने के बाद आखिर मोबाइल जेल तक कैसे पंहुचे? इसकी भी जांच की जायेगी।
- जेलकर्मियों की मिलीभगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
- उन्होंने बताया की यदि जेलकर्मी दोषी हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
- उन्होंने कहा कि जेल में उन बैरकों को भी चेक किया गया है जिनमें नए कैदी आये हैं।
- उपजिलाधिकारी और एसएसपी ने सख्त हिदायत दी है कि जेलकर्मियों की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी।
- हालांकि जब दोनों अधिकारी वहां से रवाना हुए तो जेलकर्मियों ने राहत की सांस ली। (लखनऊ जिला जेल में छापा)
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Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.