सपा के टिकट पर कानपुर कैंट से विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे बाहुबली अतीक अहमद की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। शियाट्स मामले में घिरने के बाद अब इलाहाबाद एसएसपी ने अतीक अहमद का शस्त्र लाइसेंस रद्द करने की मांग डीएम से की हैं। इलाहाबाद एसएसपी शलभ माथुर ने डीएम संजय कुमार से सिफारिश की है कि अतीक और उनके तीन करीबियों के शस्त्र लाइसेंस रद्द किये जाएं।
यह है पूरा घटना क्रम :
- नैनी थाने में दी गई तहरीर के मुताबिक, 14 दिसंबर 2016 को समय करीब शाम 4:00 बजे इलाहाबाद के नैनी स्थित में कृषि संस्थान में छात्र छात्राएं परीक्षाओं की तैयारी में व्यस्त थे।
- विश्वविद्यालय अधिकारीगण एवं कर्मचारी अपने-अपने कार्यालय में विभागीय कार्य कर रहे थे।
- तभी पूर्व सांसद अतीक अहमद करीब आधा दर्जन लक्जरी गाड़ियों और बाइकों पर अपने साथ 50 से 60 गुंडे लेकर प्रशासनिक भवन में आ गया।
- वह निदेशक प्रशासन के बारे में जानकारी लेते हुए उनके कार्यालय को जबरदस्ती खुलवाकर अंदर घुस गया एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों को अपशब्द बोलते हुए बैठ गया।
- उनके साथ के उपद्रवी असमाजिक तत्वों ने विभिन्न कार्यालयों में उपस्थित कर्मचारियों को लात-घूसों से मारने-पीटने लगे जिसमें कुलपति कार्यालय में घुसकर कुलपति को भद्दी-भद्दी गालियां दी और कुलपति कार्यालय के कर्मचारियों लोकसेवक शुभेन्दु उपाध्याय, गोविंद प्रजापति को मारा-पीटा।
- माफिया डान अतीक अहमद ने निदेशक प्रशासन कार्यालय में अधोहस्ताक्षरी एवं सुरक्षा अधिकारी आरके सिन्हा को भी मारा पीटा।
- पूर्व सांसद एवं उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले में अधोहस्ताक्षरी एवं सुरक्षा अधिकारी आरके सिंह, सुरक्षा सहायक विजय शंकर शुक्ला, सुधांशु उपाध्याय, गोविंद प्रजापति आदि घायल हो गए।
- इसके बाद पुलिस ने बाहुबली अतीक सहित 6 लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
- इस मामले की जांच जारी है।
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