उत्तर प्रदेश के झांसी जिला में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह का इस समय तानाशाही भरा रवैया देखने को मिल रहा है। एसएसपी की तानाशाही के कारण जिले के पुलिस अधिकारी से लेकर पुलिसकर्मी मानसिक प्रताड़ना का दंश झेल रहे हैं। नाम ना छापने की शर्त पर पुलिसकर्मियों ने बताया कि कभी एसएसपी उन्हें सबके सामने फटकार लगाकर बेइज्जत कर देते हैं तो कभी अकेले में बुलाकर गलियां तक देते हैं। लेकिन कार्रवाई के डर से पीड़ित पुलिसकर्मी खामोश रहते हैं।
एसएसपी की तानाशाही की हद उस वक्त पार हो गई जब उन्होंने सिपाहियों को मजदूर बना दिया। दरअसल पुलिस लाइन में एसएसपी कार्यालय के सामने बन रही बाउंड्रीवॉल को बनाने में ईटा और सीमेंट ढोने के काम पर पुलिसकर्मियों को लगा दिया गया। सिपाही कप्तान का आदेश मानकर ईंट और सीमेंट अपनी पीठ पर ढोते दिख रहे थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस दौरान कार्यालय में काफी फरियादियों की संख्या रहती है उसी दौरान मजदूरी का काम कर रहे पुलिसकर्मी काफी बेइज्जती महसूस कर रहे थे। बताया जा रहा है कि मामला मीडिया के संज्ञान में आने के बाद पुलिसकर्मियों को मजदूरी के काम से हटा दिया गया है।
झांसी: एसएसपी करवा रहे पुलिसकर्मियों से मजदूरी, सिपाही मानसिक रूप से परेशान. @jhansipolice @Uppolice @dgpup @CMOfficeUP pic.twitter.com/51e6x48HTI
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) May 24, 2018
हालांकि इस मामले पर जब एसएसपी की प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने इस मसले वह सफाई देते नजर आये। एसएसपी विनोद कुमार सिंह अपना हाथ दिखा कर कहने लगे की यह देख रहे हो मैं भी ईंटा ढोकर आया हूँ। मेरे हाथ में भी छाला पड़ गया है। वही दूसरी ओर पुलिसकर्मी को पुलिस लाइन के आरआई होरी लाल पुलिसकर्मियों को डाटते नजर आ रहे है। जब आरआई होरी लाल से पूंछा गया तो उन्होंने मजदूरी को श्रमदान में बदल दिया। लेकिन इस मजदूरी से पुलिसकर्मियों में नाराजगी दिखाई दे रही थी। एसएसपी के डर से मजदूरी करने वाले पुलिसकर्मी मीडिया के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे।