भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद प्रदेश में चलाये जा रहे एंटी रोमियो अभियान के खिलाफ दायर याचिका के मामले में उच्च न्यायलय ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ मंजिल सैनी को कोर्ट ने तलब किया है।
- मंजिल सैनी कोर्ट के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए हाईकोर्ट पहुंची।
- हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने राज्य सरकार और डीजीपी पर सख्त रुख अपनाया है।
- कोर्ट ने कहा है कि किसी की नैतिकता का हनन ना हो, साथ ही बिना किसी शिकायत के किसी पर कार्रवाई ना की जाये।
- हाईकोर्ट ने राज्य सरकार और यूपी पुलिस को गाइड लाइन भी जारी की है।
छेड़छाड़ करने वालों की जगह सताया जा रहा आम आदमी
- सीएम आदित्यनाथ योगी और डीजीपी जावीद अहमद ने साफ निर्देश दिए हैं कि जो लोग सड़कों पर लड़कियों से छेड़छाड़ करते हैं उनको पकड़कर कार्रवाई की जाये।
- आम जन को कतई परेशान ना किया जाये फिर भी पुलिस छेड़खानी करने वालों से ही नहीं बल्कि आपस में रिस्तेदारों से भी एंटी रोमियों अभियान के तहत वसूली अभियान छेडे़ हुई है।
- एंटी रोमियो अभियान की आड़ में अब एंटी रोमियो स्कावाड ही नहीं थाने चौकी पर या पेट्रोलिंग या डॉयल 100 पर हर जगह तैनात पुलिसवालों की निगाहें किसी शिकारी की तरह युवा जोड़ों को तलाशती रहती हैं।
- जैसे ही कोई युवक-युवती अकेले घूमते मिल जाते हैं पुलिस उन्हें धर दबोचती है और फिर पूछताछ के नाम पर न केवल उन्हें थाने ले जाया जाता है बल्कि उनका जमकर उत्पीड़न किया जाता है।
- यहां तक कि छोड़ने के लिए जमकर पैसा भी वसूला जा रहा है।