राजधानी के थानों के अंदर कबाड़ में खड़े वाहनों के पार्ट्स पुलिसकर्मियों द्वारा मकैनिकों से खोलकर बेचने का uttarpradesh.org ने खुलासा कर प्रमुखता से प्रकाशित किया था। पीड़ित ने इस संबंध में दोषी दरोगा के खिलाफ डीजीपी और एसएसपी लखनऊ से लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। हमारी खबर का संज्ञान लेते हुए एसएसपी मंजिल सैनी ने चिनहट थाने के मालखाना प्रभारी नागेन्द्र तिवारी को वाहनों के चोरी से पार्ट्स बेचने और पीड़ित से रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिया है। एसएसपी ने इस मामले में जांच भी बैठा दी है सूत्रों की माने तो इस दरोगा का साथ देने वाले अन्य सिपाहियों पर भी गाज गिर सकती है। बता दें पीड़ित ने आरोप लगाया था कि वह जब पार्ट्स का पैसा मांगने दरोगा के पास गया तो दरोगा ने उसे भद्दी-भद्दी गलियां देकर उसकी पिटाई कर दी।
यह था पूरा मामला
- एसएसपी को दी गई तहरीर के मुताबिक, चिनहट थाना क्षेत्र के सनातन नगर कमता निवासी समीर सिंह ने 6 अक्टूबर को मुलायम नगर बाजार में सहयोगियों की मदद से दुर्गा जागरण करवाया था।
- 7 अक्टूबर को वह अपनी बाइक (यूपी 32डीएच 2059) से वापस घर जा रहा था तो चर्च रोड पर दो सिपाही मिले इसमें एक के नेम प्लेट पर अखिलेश पांडेय लिखा था।
- सिपाहियों ने उसे रोककर गाड़ी के कागज मांगे तो पीड़ित ने कहा कागज घर पर हैं मैं लाकर दिखा देता हूं।
- सिपाहियों ने इस पर एक हजार रुपये मांगे न होने पर पीड़ित ने 500 रुपये दे दिए।
- फिर भी पुलिसकर्मियों ने उसकी गाड़ी सीज कर दी।
थानों में खड़े वाहनों के पार्ट्स खोलकर बेच रही पुलिस ! https://t.co/Ys3oJTm3dk pic.twitter.com/VfX0sXL9Wv
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) December 12, 2016
- पीड़ित न्यायलय से आदेश कराकर 5 दिसंबर को चिनहट थाने पहुंचा तो मालखाना प्रभारी नागेन्द्र तिवारी से गाड़ी छोड़ने का अनुरोध किया तो उन्होंने गाड़ी छोड़ने का खर्च 500 रुपये ले लिया और चाभी थमा दी।
- पीड़ित गाड़ी के पास गया तो गाड़ी का सीडीआई और रिले पार्ट गायब था।
- पीड़ित ने इसकी शिकायत की तो नागेन्द्र गलियां देने लगे।
- इसके बाद उन्होंने कहा कि गाड़ी के पार्ट्स के बदले पैसे ले लेना।
- जब पीड़ित करीब 9 हजार रुपये की कीमत के पार्ट्स के बदले पैसे मांगने गया तो दरोगा ने उसे गलियां देते हुए थाने के अंदर जमकर पीटा।
- आरोप है कि नागेन्द्र ने मकैनिक से सेटिंग करके पार्ट्स बेच दिया।
- आरोप यह भी है कि नागेन्द्र ने पीड़ित को धमकी देते हुए कहा कि मैं एचसीपी से दरोगा हो गया हूं केस दर्ज कर जेल भेज दूंगा।
- जेल के भय से पीड़ित ने एसएसपी से दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।