उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UPSTF)ने शुक्रवार को कछुआ तस्करी के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पश्चिम बंगाल के एक शख्स को हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार मोहम्मद सलीम शेख नाम के शख्स को कानपुर जिले से गिरफ्तार किया गया है जिसके पास से 27 किलो कछुए की झिल्ली बरामद की गई है। बताया जा रहा है कि जिन कछुओं की झिल्ली को सलीम के पास से बरामद किया गया है उनकी प्रजाति गंगा, गोमती, घाघरा और गंडक नदियों के आसपास पाई जाती है।
वाइल्ड लाइफ क्राइम के विशेषज्ञ ASP डॉक्टर अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि वह और उनकी टीम काफी समय से इन तस्करों की तलाश में लगी हुई थी। उन्होंने बताया कि अभियुक्त मोहम्मद सलीम शेख को कानपुर रेलवे स्टेशन के पास से हिरासत में लिया गया। जिसके बाद पूछताछ में उसने कछुए की तस्करी के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के बारे में जानकारी दी है। पुलिस के मुताबिक सलीम के पास से 27 किलो कछुए की झिल्ली बरामद भी की गई है। अधिकारियों के मुताबिक सलीम से पूछताछ में इस झिल्ली के मालदा के रास्ते बंग्लादेश और अन्य देशों में पता चला है, जिसके बाद पुलिस इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है।
पश्चिम बंगाल के रास्ते बंग्लादेश में होती थी सप्लाई
पुलिस के मुताबिक सलीम शेख के पास से बरामद कछुए की झिल्ली को मालदा में 5 हजार रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाना था। जिसके लिए वह उसे कानपुर के रास्ते पश्चिम बंगाल ले जाने की तैयारी में था। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने उसे कानपुर के पास से गिरफ्तार किया।
शक्तिवर्धक दवाओं के निर्माण में होता है इस्तेमाल
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कछुए की झिल्ली का इस्तेमाल शक्तिवर्धक दवाओं के निर्माण के लिए किया जाता था, जिसके लिए मालदा के जरिए इसकी विदेशों में सप्लाई होती थी। बता दें कि इससे पहले साल 2017 में प्रदेश के अमेठी जिले में भी एसटीएफ ने करीब 5 टन कछुए की झिल्ली बरामद की थी। इसके अलावा पिछले दिनों पश्चिमी यूपी के आगरा से भी बड़ी मात्रा में कछुए की झिल्ली को बरामद किया गया था।