इलाहाबाद। जीवन ज्योति हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. बंसल हत्याकांड के प्राइम सस्पेक्ट एडमिशन माफिया आलोक सिन्हा की तलाश में भटक रही एसटीएफ अब मेंहदौरी में रहने वाले सपा नेता मो. गुलाम से पूछताछ करेगी।
- यह सपा नेता आलोक सिन्हा के साथ नैनी सेंट्रल जेल में एक ही बैरक में बंद था।
- दोनों में काफी बातें होती थीं।
- सुराग जुटाने के लिए नैनी जेल पहुंची एसटीएफ ने गुलाम के बारे में जानकारी जुटाई है।
- गुलाम के मार्फत ही आलोक सिन्हा नैनी शूटआउट कांड के मुख्य आरोपी अख्तर कटरा से मिला था।
- एसटीएफ को शक है, जेल में मिली इस तिकड़ी का बंसल मामले में जुड़ाव हो सकता है।
- सपा नेता के जरिए पुलिस आलोक के बारे में सुराग पाने की कोशिश में है।
नए सिरे से डॉ. बंसल हत्याकांड की परत दर परत उधेड़ रही है एसटीएफ
- गौरतलब है कि चैंबर में घुसकर डॉ. एके बंसल की गोली मारने वाले शूटरों का अब तक सुराग नहीं मिल सका है, न ही पुलिस साजिशकर्ता तक ही पहुंच सकी है।
- एसटीएफ अब नए सिरे से परत दर परत उधेड़ रही है।
- डा. बसंल ने आलोक सिन्हा को 50 लाख रुपये हड़पने के मामले में जेल भिजवाया था।
- नैनी सेंट्रल जेल में आलोक सिन्हा बैरक आठ बी में था।
- इसी बैरक में शिवकुटी क्षेत्र के मेंहदौरी निवासी सपा नेता मो. गुलाम भी था।
- गुलाम नगर निगम गेट पर हुई ठेकेदार चंदन सिंह की हत्या में जेल गया था।
- जेल में हुई पूछताछ में एसटीएफ को पता चला कि आलोक सिन्हा और गुलाम के बीच काफी बनने लगी थी।
- उस वक्त नैनी जेल में जेल गेट पर हुए डबल मर्डर का आरोपी अख्तर कटरा भी था।
- गुलाम के जरिए आलोक अख्तर कटरा से मिला, यह मुलाकात कई बार हुई।
- एसटीएफ मान रही है कि अख्तर कटरा सूबे के टॉप शूटरों का पनाहगार है।
- जेल से निकलने के बाद आलोक ने गुलाम और अख्तर से संपर्क बनाए रखा था।
- ऐसे आलोक सिन्हा के बारे में गुलाम से पूछा जाएगा।
- इस संबंध में सपा नेता मो. गुलाम ने कहा कि नैनी सेंट्रल जेल की एक ही बैरक में होने की वजह से आलोक से मेरी मुलाकात होती थी।
- अख्तर कटरा भी उससे मिला था लेकिन बातचीत दुनियादारी की होती थी।
- डॉ. बंसल हत्याकांड को लेकर कोई बात नहीं हुई।
- मैं एसटीएफ का सहयोग करने को तैयार हूं।